इश्क़ सच्चा वही …जिसको मिलती नहीं मंज़िलें मंज़िलें …
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मंजिल के लिए मेहनत करते रहो, कामयाबी एक दिन जरूर मिलेगी।
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वो खुश रहे बस , मेरा क्या है मैं दूसरी पटा लूँगा
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दोस्तों के दिल ❤️ में और दुश्मन के दिमाग ? मे रहना आदत है हमारी..?
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ठोकर खाया हुआ दिल है साहब भीड़ से ज्यादा तन्हाई अच्छी लगती है.
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नाराजगी है तेरी या बस बहाना रूठ जाने का, मैं खुद को भी हार जाऊं तेरे लिए, तू हक तो दे मनाने का ?
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मेरी दुआओं में शामिल तेरा ज़िक्र हर बार रहेगा, तुझे हो ना हो, मुझे तेरा इंतजार हर पल रहेगा ।?
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कुछ लोग जितना मर्जी खा ले,वो मोटे नहीं होते और कुछ लोग Online Pizza की फोटो भी देख ले तो एक किलो वजन भर जाता है!
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कहीं बाजार में मिल जाये तो लेते आना…वो चीज़ जिसे दिल?का सुकून कहते हैं…!!
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शरीफ थे तब सबने बदनाम किया, जबसे बुरे बने तो दुश्मन ने भी सलाम किया..!
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कभी आओ इस क़दर की आने में लम्हा और जाने में ज़िन्दगी गुज़र जाये
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आप अच्छे है अच्छे ही रहो, बुरे है हम हमसे दूर रहो!??
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अरे कर्मों से डरिए ईश्वर से नहीं , ईश्वर माफ कर देता है कर्म नहीं
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झुण्ड की जरूरत तो कमजोरो को पड़ती हैं , तबाही मचाने के लिए तो मुझ जैसा एक शेर ही काफी हैं .? ?
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वो तुम्हे डोमिनोस के लिए कहेगी लेकिन तुम भंडारे पर अड़े रहना
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जिस्म से रूह तक जाए तो हकीकत है इश्क ? और रूह से रूह तक जाए तो इबादत है इश्क़ ❤️
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नब्ज तो चल रही है आज भी मेरी पर, वो हकीम कहता है, मैं मर चुका हूं मोहब्बत में !
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टिकटोक वाले खुद को बॉलीवुड स्टार समझते हैं और पब जी वाले खुद को आर्मी के जवान
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अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी, लोग तसल्लियाँ तो देते हैं, पर साथ नहीं।?
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जो मजा अपनी पहचान बनाने में है, वो किसीकी परछाई बनने में कहा |
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जो उम्रभर ना मिले...उसे उम्रभर चाहना भी इश्क़ है..❤
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*सच्चा रिश्ता एक अच्छी पुस्तक जैसा होता है, कितना भी पुरानी हो जाए, फिर भी शब्द नहीं बदलते।*
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कौन सा अंदाज़ है ये ? तेरी महोब्ब्त का?, ज़रा हमको भी समझा दे मरने से भी रोकते हो, और जीने भी नहीं देते..!!
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बहुत कुछ लिखना है पर लफ्ज़ खामोश है।
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महसूस करके देखा महादेव हर पल मेरे साथ हैं दिखते नहीं कहीं पर सर पर उन्हीं का हाथ हैं
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शिकायत जिन्दगी से नहीं , उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है
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फिक्र करना ही क्यूँ फिक्र से होता है क्या | भरोसा रखो "श्याम" पर फिर देखो होता है क्या ||
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हमने तो अल्फांजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए |
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सारा जहां है जिसकी शरण में, नमन है उस माँ के चरण में
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