देता सब कुछ है ✒ खुदा हमें, पर जिसे चाहो उसे छोड़कर...?
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रेल की खिड़कीयां तो खोल दी थी हमने मगर रात थी जब तुम्हारा शहर आया था....!
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सीख नही पायें हम मीठे झूठ का हुनर; कड़वे सच ने कई रिश्ते छीन लिए हमसे..❤️?
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कतरा कतरा तुझे चुनते रहे कतरा कतरा खुद बिखर गये
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घुटन सी होने लगी थी, इश्क जताते जताते, हम खुद से रूठ गए थे, किसी को मनाते मनाते |?
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तकलीफ़ खुद ही कम हो गई, जब अपनों से उम्मीदें कम हो गई…??
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खुशियाँ दिखावे की हो सकती हैं, जनाब ग़म तो छुपाने से भी नहीं छुपता है|
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यें वो जमाना है जिसकी जितनी परवाह करोगे,❤️ वो उतना ही बेपरवाह होकर मिलेगा ?
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तुझे हक है अपनी दुनिया ? में खुश रहने का, मेरा क्या है? मेरी तो दुनिया ही अधूरी ? है।
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एक गुलदस्ता लाया था उस तितली की खातिर जो अब किसी और के बग़ीचे में उड़ती है |
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ना होने का एहसास सबको है, मौजूदगी की कदर किसी को नहीं...?
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मत किया कर ऐ दिल किसी से इतनी मोहब्बत, जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंगे
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जनाब तुम महोबत की बात करतें हो हमनें तो दोस्ती मैं भी धोखे खाये हैं।
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मैंने पूछा उनसे, भुला दिया मुझको कैसे? चुटकियाँ बजा के वो बोले… ऐसे, ऐसे, ऐसे।?
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अब तो इज़ाज़त लेनी होगी तुम्हे याद करने से पहले, मालिक जो बदल लिए है तुमने ।??
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सुकून गिरवी है उसके पास मोहब्बत क़र्ज़ ली थी जिससे...
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सच कहते हैं लोग मोहब्बत को पाने में मुश्किल नहीं, मुश्किल तो उसे भुलाने में होती है |??
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ज़िन्दगी चैन से गुज़र जाए , तू अगर ज़हन से उतर जाए
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तुझे जबसे खोया है तबसे कुछ पाने की ख्वाहिश ही नहीं रही.
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तकलीफ तो जिंदगी देती हैं,? मौत को तो लोग युही बदनाम करते हैं...! ?
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शीशे की तरह साफ़ हूँ फिर भी न जाने क्यू अपनों की समझ से बाहर हूँ..?
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एक घुटन सी होती है जब कोई दिल में तो रहता है मगर साथ नहीं..?
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किसीने क्या खूब कहाँ हैं, मोहब्बत नहीं यादें रुलाती हैं..!?
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एक ख़्याल ही तो हूं, याद रहे तो रख लेना, वरना सौ बहाने मिलेंगे मुझे भुल जाने के |??
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मैं तुमको सिखाना चाहता था कि प्रेम कैसे किया जाता है पर तुमने मुझे सिखा दिया कि प्रेम नही करना चाहिए।
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हमने तो अल्फांजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए |
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माना कि तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं, पर तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है |??
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काश कुबूल होती वो माँगी हुई दुआ तो त कभी न होती यू हमसे जुदा |
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मैं मर जाऊँ तो मेरी कब्र पे लिख देना मौत बेहतर हैं दिल लगाने से...!!
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आंसू जानते है कौन अपना है इसलिए बस अपनों के सामने निकल आते हैं.
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