बात करने से ही बात बनती है..बात ना करने से, बातें बन जाती है ..!
Copy
154
काश तुम्हें भी पता होता, तुम्हारे बगैर दिन कितना बुरा गुजरता है.
Copy
19
जब शिकार का वक़्त होगा, तब हम जंगल जरुर आयेगें! ?
Copy
22
एक हलकी सी मुस्कुराहट से शुरू हुई मोहब्बत, हज़ार आँसू बहाने पर भी खत्म नहीं होती ??
Copy
30
तजुर्बे ने शेरों ? को खामोश रहना सिखाया है,, क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता..✔️
Copy
82
ना चाँद अपना था और ना तू अपना था ...!! काश दिल भी मान लेता की सब सपना था
Copy
1K
न शक न शिकवा न शिकायत थी हमें बस हर रोज तुम्हें देखने की आदत थी हमें |
Copy
19
खोकर पता चलती है कीमत किसी की, पास अगर कोई हो तो एहसास कहाँ होता है। ??
Copy
82
जहाँ कोशिशों का कद बड़ा होता है, वहाँ नसीबों को भी झुकना पड़ता है. ?
Copy
65
सिनेमा नहीं हकीकत है जिंदगी,- जाने बाले पलटकर नहीं देखा करते.!!
Copy
21
खैरियत पूछने वाले तो बहुत हैं मेरे पास ,, तलाश तो उसकी है जो खयाल भी रखे ।
Copy
32
बदनाम तो केवल दारु है,वरना किडनी और लिवर तो मैगी ने ही ख़राब किये हैँ ।
Copy
100
गलती उसकी नहीं मेरी ही थी, अंजाम पता था, फिर भी दिल लगा बैठे.
Copy
15
हम समंदर है हमें खामोश ही रहने दो जरा मचल गये तो शहर ले डूबेंगे |?
Copy
40
वाक़िफ़ कहाँ दुश्मन अब हमारी उड़ान से, वो कोई और थे जो हार गए तूफान से. ?
Copy
12
रेल की खिड़कीयां तो खोल दी थी हमने मगर रात थी जब तुम्हारा शहर आया था....!
Copy
9
झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते है बाज़ की उड़ान में कभी आवाज़ नहीं होती |?
Copy
125
अक्सर खूबसूरत चेहरे,...दगा बड़े सलीके से देते है....
Copy
25
कद्र हमारी भी करेंगे एक दिन ज़माने वाले, देख लेना बस, जरा ये भलाई की बुरी आदत छूट जाने दो…..!!??
Copy
107
छोड़ दिया हमने अब उन गलियों से गुजरना, जहाँ हमें देखने के लिए कभी वो इंतज़ार किया करती थी।
Copy
57
दिल धोखे में है और धोखेबाज़ दिल में
Copy
89
तू उदास मत हुआ कर इन हज़ारो के बीच आखिर चांद भी तो तन्हा है सितारों के बीच |
Copy
20
मै ज़िंदगी गिरवी रख दुंगा, तु सीर्फ कीमत बता मुस्कुराने की.
Copy
27
याद हैं हमको अपने तीनो गुनाह ! एक तो मोहबत कर ली, दूसरा तुमसे कर ली और तीसरा बेपनाह कर ली...!
Copy
54
न जख्म भरे...,न शराब सहारा हुई..न वो वापस लौटी... न मोहब्बत दोबारा हुई.....!!
Copy
144
हर एक चीज में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे नहीं देख पाता
Copy
125
बिन धागे की सुई सी बन गई है ये ज़िंदगी, सिलती कुछ नहीं, बस चुभती चली जा रही है…?
Copy
24
अगर गलतियां निकालने का इतना ही शौक है तो शुरुआत ख़ुद से करना!
Copy
20
जिस जगह से कोई लौटकर नहीं आता, आज ना जाने क्यों वहां जाने का दिल कर रहा है...??
Copy
50
मैने तो बस तुमसे बेइंतहा मोहबत कि है , ना तुम्हे पाने के बारे मे सोचा है ना खोने के बारे मे
Copy
44