इतना भी ना चाहो किसी को वो चला जाये और ज़िन्दगी बेरंग और गुमनाम हो जाए..
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इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगी, हमें कौनसी सदियाँ गुजारनी है यहाँ.
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बताओ तो कैसे निकलता है जनाज़ा उनका, वो लोग जो अन्दर से मर जाते है !!??
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प्यार आज भी तुझसे उतना ही है बस तुझे एहसास नहीं और हमने भी जताना छोड़ दिया
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244
कमाल की निशानेबाज हो तुम, तिरछी नजर से भी सीधा दिल पे वार करती हो।।??
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लोग कहते हैं मुझे तेरे में #Attitude ? बहुत हैं, तो मैंने भी कह दिया #भगवान की देन छुपायी नहीं जाती…?
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शौक पूरे करो जिंदगी तो, एक दिन खुद पूरी हो जाएगी..!!?
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गलत सुना था कि मोहब्बत आँखों से होती है, दिल तो वो भी चुरा लेते है जो पलकें नहीं उठाते है.
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हमें मत सिखा बदमाशी के कानून, अगर हमनें शराफत छोड़ दी तो तू बकील ढूँढता रह जायेगा ??
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भूल सा गया हैं बो मुझे , समज नहीं आ रहा की हम आम हो गए उनके लिए या कोई खास बन गया है !
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ना किसी से जलते है ना किसी से डरते है हम लड़कियों पर नहीं अपने दोस्तों पर मरते है
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एक दूसरे के जैसा होना ज़रूरी नहीं एक दुसरे के लिए होना ज़रूरी है
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ये जीवन है...साहब.. उलझेंगे नहीं, तो सुलझेंगे कैसे... और बिखरेंगे नहीं, तो निखरेंगे कैसे....?
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बादशाह कोई भी हो जहाँ ? हम कदम रख दे, वहा किसी की हुकूमत नहीं चलती..!?
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तेरे चेहरे में ऐसा क्या है आखिर, जिसे बरसों से देखा जा रहा है
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उम्मीद तो उसी दिन छोड़ दी, जब तुम्हें उस अजनबी के करीब देखा था। ?
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53
अगर आप चाहते हैं कि कोई चीज अच्छे से हो तो उसे खुद कीजिये
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कैसे करूँ मैं तुम्हारी यादों की गिनती..... साँसों का भी कोई हिसाब रखता हैं क्या...
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लोगों की निंदा से परेशान होकर, अपना रास्ता ना बदलना, क्योंकि सफलता शर्म से नहीं, साहस से मिलती है। ??
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हम दोनों को कोई भी बीमारी नही है... फिर भी तु मेरी और मैं तेरी दवा हूँ
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हर रोता हुआ लम्हा मुस्कुराएगा,? तू सब्र रख अपना वक्त भी आएगा..⌚
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बदला भी क्या लूं तुमसे ,,आज भी हंसते हुए अच्छे लगते हो ।
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29
कुछ नहीं लिखने को आज.... न बात , न ज़ज्बात
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सपनों को पाने के लिए समझदार नही पागल बनना पड़ता है |?
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रास्तों ने चाहा तो फिर मिलेंगे हम, मंजिल का तो कोई इरादा नहीं लगता !?
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उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की । हमने ऊँगली उठाई और अपने ही दिल पर रख ली ।
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किताबों की तरह हैं हम भी….अल्फ़ाज़ से भरपूर, मगर ख़ामोश….!!
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तुम्हारे अपनों में? हमारे चाहने वाले बहुत है?
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अभी तो उनसे नजरें मिली ही थीं, कि हम अपना दिल वहीं छोड़ आये! कहने को तो बहुत कुछ था, पर कम्बखत वक़्त को हम रोक न पाये!!
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खिलाफ कितने हैं फर्क नहीं पड़ता, जिनका साथ है लाजवाब है ! ?
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