हम उनसे रीश्ता नही रखते, जिन्हे उंचाईयों से डर लगता है | ??
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10
हर मंज़िल हासिल होंगी, बस तुम इरादा नेक रखना.
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22
बुरा वक़्त है बदल जायेगा, लेकिन बदले हुए लोग याद रहेगे |?
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159
मेरे ज़ज्बात की कदर ही कहाँ, सिर्फ इलज़ाम लगाना ही उनकी फितरत है !!
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154
मसला तो सिर्फ अहसासों का है जनाब, रिश्ते तो बिना मिले भी सदियां गुजार देते है.
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98
शर्त घोड़ो पर लगाई जाती हैं, शेरों पर नहीं..!
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57
तमीज में रहो वरना बदतमीज हम भी है ?
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83
मोत से पहेले भी ऎक मौत होती हे..! देखो जरा तुम जुदा होकर किसी से..!
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19
कई बार ये सोचके दिल मेरा रो ? देता है, की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने खुद को भी खो दिया |?
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98
दुनिया में रहने की सबसे अच्छी दो जगह किसी के दिल में या किसी की दुआओं में ?
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141
कर्मो से डरिये, ईश्वर से नहीं, ईश्वर माफ कर देता है | कर्म माफ नहीं करते !!
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16
तुम दोस्ती को मोहब्बत में बदलना चाहते थे, देखा इस मोहब्बत ने हमें दूर कर दिया।?
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32
समझ में ही नही आता कभी-कभी, ये सब क्या हो रहा जिंदगी में...बस.. चुप-चाप तमाशे देख रही हु जिंदगी के...
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115
हाथ में घड़ी ⌚ कोई भी बंदी हो… लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए ?
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19
तकलीफ़ खुद ही कम हो गई, जब अपनों से उम्मीदें कम हो गई…??
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63
नज़र से नज़र मिला के तुम नज़र लगा गए, ये कैसी लगी नज़र कि, हम नज़र में आ गए !!
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61
जरा ठहरो तो नजर भर के देखूँ, जमीन पे चांद कहां रोज रोज उतरता है ??
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73
खुदा करे वही बात उसके दिल में हो, जो बात करने की हिम्मत जुटा रहा हूँ मैं.
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8
मैं मर भी जाऊँ तोह उसे खबर न देना कही वक़्त न बर्बाद हो जाये उसका
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61
अजीब तरह से गुजर गयी मेरी जिंदगी, सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ।
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220
क्यों गरीब समझते हैं हमें ये जहां वाले, हजारों दर्द की दौलत से मालामाल हैं हम…...!
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कण कण में विष्णु बसें जन जन में श्रीराम प्राणों में माँ जानकी मन में बसे हनुमान ! जय श्री राम
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47
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर, मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आयेगा !!
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इंसान हो तो सच्चे रहो बाकी,,, झूठे तो बर्तन भी होते है ?
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क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी.. अपनी खुशी को छोड़ दिया” उसे" खुश देखने के लिए ??
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ज़िन्दगी की राहें तब आसान हो जाती हैं, जब परखने वाला नहीं समझने वाला हमसफर हों !!❤️?
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आज फिर देखा किसीने मोहब्ब्त भरी निगाहों ? से.. एक बार फिर तेरी ख़ातिर हम ने अपनी नजरे ? झुका ली..!!
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दोस्त बेशक एक हो लेकिन ऐसा वह जो अल्फाज से ज्यादा खामोशी को समझे
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दुनिया का उसूल हैं दोस्त जिस चीज़ के बारे में सोचना छोड़ दोगे झक्क मार के तुम्हारे पीछे आएगी
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समझ जाते वो अगर हमारी चाहत को, तो हम उनसे नहीं वो हमसे मोहब्बत करते.
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