लापता होकर निकले थे मोहबत में तेरी हमें क्या पता था मशहूर हो जाएंगे ❤️
Copy
59
जीत हासिल करनी हो तो क़ाबिलियत बढ़ाओ ! क़िस्मत की रोटी तो कुत्तों को भी मिला करती है !!"
Copy
10
तुम्हे अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी होगी क्युकि लोग बुरे वक़्त में सिर्फ सलाह देते है साथ नहीं
Copy
172
ये जीवन है...साहब.. उलझेंगे नहीं, तो सुलझेंगे कैसे... और बिखरेंगे नहीं, तो निखरेंगे कैसे....?
Copy
260
शौक पूरे करो जिंदगी तो, एक दिन खुद पूरी हो जाएगी..!!?
Copy
103
ज्यादा ख़्वाहिशें न रखिये जिंदगी से, बस अगला कदम पिछले से बेहतरीन होना चाहिए..❤️
Copy
153
धन भी रखते है गन ? भी रखते है, और_सुन बेटा, थोड़ा हटके रईयो वरना, ठोकने का ज़िगर ? भी रखते है।
Copy
17
शक करना गलत था पर शक बिलकुल सही था
Copy
765
दहशत बनाओ तो शेर जैसी, बरना खाली डराना तो कुत्ते भी जानते है |?
Copy
68
अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।??
Copy
47
ज़िंदगी में मोहबत का पौधा लगाने से पहले ज़मीन परख लेना, हर एक मिटटी की फितरत में वफ़ा नहीं होती दोस्तो !!
Copy
392
फितरत तो कुछ यूं भी है इन्सान की बारिश ख़त्म हो जाए तो छतरी भी बोझ लगती है ✔️
Copy
30
बातों को तेरी हम भुला ना सके …होके जुदा हम ना जुदा हो सके …
Copy
500
कुछ रिश्ते निभाने के लिए आपका, नासमझ बने रहना जरूरी है...
Copy
940
अंदर तक तोड़ देते हैं, वो आंसू जो रात के अंधेरे में चुपचाप निकलते हैं.
Copy
77
बेटा झूले पर झूलो लेकिन,? हम बाप हैं तुम्हारे हमे ना भूलो।?
Copy
66
याद नहीं वो रूठा था या मैं रूठा था, साथ हमारा जरा सी बात पे छूटा था….!!!
Copy
15
बदल जाते हैं, वोह लोग वक़्त की तरह जिन्हें हद्द से ज्यादा वक़्त दिया जाता है |
Copy
16
तूने तो कहा था हर शाम गुजरेगी तेरे साथ ! तू बदल गया या तेरे शहर में शाम नहीं होती। ❤️
Copy
20
मैं बस खुद को अपना मानता हूँ क्योकि दुनियां कैसी है अच्छी तरह जानता हूं |??
Copy
66
कोई ठुकरा दे तो हसकर जी लेना, क्यूकि मोहब्बत की दुनिया में जबरदस्ती नहीं होती !
Copy
10
होती रहेगी मुलाकाते तुमसे, नजर से दूर हो दिल से नहीं ॥
Copy
114
किस तरह खत्म करें उन से रिश्ता, जिन्हें सिर्फ सोचते हैं तो पूरी कायनात भूल जाते हैं..!!
Copy
31
हम ? भी शरीफों की गिनती में आते हैं, अगर कोई उंगली ? ना करें तो!
Copy
40
कभी साथ बैठो चाय पर तो दुख दर्द बतायें, युं दूर से पुछोगे तो खैरियत ही कहेंगे??
Copy
57
मैं रहूँ या ना रहूँ …तुम मुझ में कहीं बाकी रहना…
Copy
645
गुरु का हाथ पकड़ के चलो , लोगों के पैर पकड़ने की नौबत नहीं आएगी
Copy
1K
मेरी आत्मकथा.... सिर्फ तुम्हारी कहानी है....
Copy
66
कैसे करूँ मैं साबित..कि तुम याद बहुत आते हो, एहसास तुम समझते नही और अदाएं हमे आती नहीं...??
Copy
23
हीरे की काबिलियत रखते हो तो, अँधेरे में चमका करो…रौशनी में तो कांच भी चमका करते है
Copy
878