आज नज़र अंदाज़ कर रहे हो, कल याद करोगे..।?
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काश तुम्हें भी पता होता, तुम्हारे बगैर दिन कितना बुरा गुजरता है.
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19
“कुछ को हकीकत कुछ को ख्वाब करना है, बोहत से लोग है जिनका हिसाब करना है।”??
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61
सुबह का आरंभ हरि के चरणों में नमन के साथ करें जय श्री कृष्णा
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किसी को क्या बताएं कितने मजबूर हैं हम , चाहा है एक तुम्हें और तुम्ही से दूर है हम
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44
एक घुटन सी होती है दिल में जब कोई दिल में तो रहता है पर साथ नहीं.!
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इश्क ना सही फिकर है तू ना सही तेरा ज़िकर है |
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जिसे सोचकर ही चेहरे पर ख़ुशी आ जाए वो खूबसूरत एहसास हो तुम.
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21
इंतजार तो मुझे,उस मौसम का है…. जहां पानी नहीं, तेरा इश्क़ बरसे..!
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80
आरज़ू होनी चाहिए किसी को याद करने की, लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं।
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44
वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नहीं होती, जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है |
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38
बहुत अच्छा लगता है उन रिश्तेदारों के घर जाना, जो जाते ही कहते हैं कि बेटा वाइफ़ाई का पास्वर्ड लो और आराम से अपना घर समझ के बैठो ?
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ठोकर खाया हुआ दिल है...भीड से ज्यादा तन्हाई अच्छी लगती है....
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हम उनसे तो लड़ लेंगे जो खुले आम दुश्मनी करते हैं... लेकिन उनका क्या करे जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते हैं...
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219
इतना कहाँ मशरूफ हो गए हो तुम.. अब दिल दुखाने भी नहीं आते ?
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20
कुछ ख्वाहिंशे कुछ चाहते अभी बाकी है..❣️❣️टूटकर भी लगता है … टूटना अभी बाकी है
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47
समेट कर सारे जज़्बात रख दिये सिरहाने थोड़े सुकून के हक़दार हम भी हैं...
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इन बादलों के बीच कहीं खो गया है, सुना है मेरा चांद ? किसी और का हो गया है ?
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13
यूँ ही कितनी आसानी से पलट जाते है कुछ लोग
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नब्ज तो चल रही है आज भी मेरी पर, वो हकीम कहता है, मैं मर चुका हूं मोहब्बत में !
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हर वक़्त नया चेहरा, हर वक़्त नया वजूद, इंसान ने आईने को, हैरत में डाल दिया है...!
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बड़ी जीत बड़ा शोर होगा..तुम्हारा सिर्फ वक़्त है हमारा दौर होगा |?
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बोहत खुश थे हम साथ में फिर उसे किसी और का साथ मिल गया |
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9
कर्मो से डरिये, ईश्वर से नहीं, ईश्वर माफ कर देता है | कर्म माफ नहीं करते !!
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तुम नहीं मिले तो क्या हुआ सबक़ तो मिल गया| ?
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सुना है मतलब बहुत वजनदार होता है, निकल जाने के बाद हर रिश्ते हल्का कर देता है
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जो दिल ❤️ से उतर गया, हम उसे जबान ? पर भी नही लाते!
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न शक न शिकवा न शिकायत थी हमें बस हर रोज तुम्हें देखने की आदत थी हमें |
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जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ, किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है.?
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एक हार से कोई फकीर और एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता..!!?
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