ताश के पतो की तरह हूँ जिस दिन चलूँगा, उस दिन बाजी पलट दूंगा..!
Copy
36
कैसा अजीब खेल है मोहब्बत का जनाब, एक थक जाए तो दोनों हार जाते हैं |
Copy
5
कौन कहता है तेरे दर से मांगने वाला गरीब होता है जो तेरे दर तक पहुच जाय वो सबसे बड़ा खुशनसीब होता है
Copy
76
क्या इतने दूर निकल आये हैं हम, कि तेरे ख्यालों में भी नही आते ?
Copy
1K
नफरत ही सही, पर दिखावे का प्यार नहीं |😎
Copy
73
सफल इंसान वही है.. जिसे टूटे को बनाना.. और रूठे को मनाना आता हो..😇😇
Copy
67
कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी तभी मेरी याद उसे अब नहीं आती ..
Copy
136
दिल के मरीज़ हॉस्पीटल से ज्यादा, ऑनलाइन मिलते हैं.😂😂
Copy
45
मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नही बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी
Copy
45
जबरदस्ती की नजदीकियों से सुकून की दूरियां ही अच्छी हैं.!
Copy
58
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है,और दूसरों पर रखो तो कमजोरी !
Copy
34
मैं बस खुद को अपना मानता हूँ क्योकि दुनियां कैसी है अच्छी तरह जानता हूं |😠😠
Copy
66
कैसी है मुहब्बत तेरी महफिल में मिले तो अनजान कह दिया !! सन्हा जो मिले तो जान कह दिया..
Copy
21
एक ख़्वाब था की वह भी मुझे चाहे मेरी तरह पर ख़्वाब ही रह गया
Copy
42
अजब पहेलियाँ हैं हाथों की लकीरों में सफ़र ही सफ़र लिखा हैं हमसफ़र कोई नहीं |
Copy
16
तुम पर सिर्फ मेरा हक़ है ऐसा कहने वाला ही अब साथ छोड़ गया
Copy
49
वजह कुछ और थी वो कुछ और ही बताते रहे, अपने थे इसलिए कुछ ज्यादा ही सताते रहे.
Copy
12
कुछ पाने के लिए कुछ करना पड़ता है
Copy
265
जो फ़ुरसत मिली तो मुड़कर देख लेता मुझे एक दफा तेरे प्यार में पागल होने की चाहत मुझे आज भी हे !
Copy
131
एक ख्याल ही तो हूँ मैं ..याद रह जाऊँ .. तो याद रखना ..वरना...सौ बहाने मिलेंगे ...भूल जाना मुझे....
Copy
57
आओ तुम्हे तुम्हारी औकात दिखाते हैं, तुम जिसे आप कहते हो वो हमे बाप कहते हैं...
Copy
21
कभी मेरी नजरों से देख खुद को, खुद से मोहब्बत ना हो जाए. तो बेशक छोड़ देना मुझे ।।😍😍
Copy
161
मुझे अब महफिलों में लौट कर आना पड़ेगा, फर्क होता है बाप और बेटे में, बताना पड़ेगा।😠
Copy
25
सारा जहां है जिसकी शरण में, नमन है उस माँ के चरण में.
Copy
251
ज़िंदगी में प्यार क्या होता है ये उस शक्स से पूछो जिसने दिल टूटने के बाद भी इंतज़ार किया हो
Copy
225
फिर एक दिन ऐसा भी आया जिन्दगी में..की मैंने तेरा नाम सुनकर मुस्कुराना छोड़ दिया।
Copy
340
यकीन रखिए, रब दूसरा दरवाजा खोले बगैर पहला दरवाजा बंद नहीं करता |
Copy
129
मंजिले कितनी भी ऊंची हो रास्ते हमेशा पैरों के नीचे होते हैं |
Copy
63
सिर्फ जंगल छोड़ा था, शेर तो हम आज भी है |🐅
Copy
59
दोबारा इश्क़ हुआ तो तुझसे हे होगा खफा हूँ मैं बेवफा नहीं
Copy
42