खेल तो तेरे साथ भी खेला ? जाएगा लेकीन नियम हमारे होंगे ! ?
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32
वक़्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे,
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837
तेरी मोहब्बत की हिफाज़त कुछ इस तरह की हमने, जब देखा किसी ने प्यार से नज़रें झुका ली हमने.
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29
पहले तुम ही दुनिया लगते थे.. अब तुम भी दुनिया निकले..!!
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21
रहना पाओगे भुला कर देख लो..यकीन ना आये तो आजमा के देखलो??
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21
पता नहीं तेरे लगाये हुए ज़ख्म क्यूँ नहीं भरते, मेरे लगाये हुए तो पेड़ भी सूख जाते हैं |
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2
तुम्हीं से सीख रहा हूं हुनर नजर अंदाजगी का, अब जो तुम पर आजमाऊं तो बेवफ़ा मत समझना |??
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64
पहली बार देखा था, उसे गुस्सा करते हुए अच्छा लगा था, उसका मुझ पर हक़ जताते हुए |??
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81
मैं रहूँ या ना रहूँ …तुम मुझ में कहीं बाकी रहना…
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645
अकेले रहने का भी एक अलग सुकून हे | ना किसी के वापस आने की उम्मीद, ना किसी के छोड़ जाने का डर.....
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442
उसका मिलना ही मुकद्दर में नहीं था वरना क्या क्या नहीं खोया उसे पाने के लिये
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123
अगर बाज़ ? की तरह उड़ना है.. तो कबूतरों का साथ छोड़ना पड़ेगा.!!?
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72
वजह तलाश करो अपने हार जाने की किसी की जीत पे रोने से कुछ नहीं होगा!
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21
उनके प्यारे से चेहरे पर रंग लगा देते! वो पास होते तो हम भी होली मना लेते !!
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9
गलतफ़मियों मेहीखोगये वो रिश्ते, वरना कुछ वादे अगले जन्म के भी थे! ::
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11
बहुत याद आते हो तुम , दुआ करो मेरी यादाश्ति चली जाये
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77
तेरी यादें, तेरी बातें, बस तेरे ही फसाने है, हाँ कबूल करते है, कि हम तेरे दीवाने है..??
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67
शरीर जल से पवित्र होता है, मन सत्य से, बुद्धि ग्यान से, और आत्मा धर्म से
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31
खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं
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115
खुशियाँ दिखावे की हो सकती हैं, जनाब ग़म तो छुपाने से भी नहीं छुपता है|
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14
कुछ नहीं लिखने को आज.... न बात , न ज़ज्बात
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752
नजरिया बहुत छोटी सी चीज है, लेकिन इससे फर्क बहुत बड़ा पड़ता है… ?
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19
|| ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ ||
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69
“प्यार का रिश्ता कितना अजीब होता है, मिल जाये तो बातें लम्बी और बिछड़ जाए तो यादें लम्बी।”
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18
बहुत गौर से देखने पर जिंदगी को जाना मैंने...दिल से बड़ा दुश्मन पूरे जमाने में नहीं है
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26
हो सके तो दिलों में रहना सीखो, गुरुर में तो हर कोई रहता है!
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23
जुनून सवार था किसीके अंदर ज़िंदा रहने का....हुआ यूं के हम अपने अंदर ही मर गये...
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137
घर वालो चिन्ता है इसको कोन मिलेगी, ओर दोस्तो चिन्ता है इसको ओर कितनी मिलेगी ????
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120
दिल की ना सुन, ऐ फ़कीर कर देगा, वो जो उदास बैठे हैं नवाब थे कभी.
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2
तू मिले या ना मिले, ये मेरे मुक़ददर की बात हैं, सुकून बहुत मिलता हैं तुझे अपना सोचकर.
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