कुछ नही मिलता बस एक सबक़ मिल जाता हैं, ख़ाक हो जाता हैं इंसान, ख़ाक से बने इंसान के पीछे।।
Copy
18
रहना पाओगे भुला कर देख लो..यकीन ना आये तो आजमा के देखलो😊😊
Copy
21
क्यों उसको याद करके तू आज भी रोता है, ये मतलबी दुनिया है मेरे दोस्त यहां कोई किसी का नहीं होता है।
Copy
25
उनकी नफरत बता रही है, हमारी मोहब्बत गज़ब की थी 😊
Copy
30
इजाजत हो तो मैं भी तुम्हारे पास आ जाऊँ, देखों ना चाँद के पास भी तो एक सितारा है…
Copy
30
मेरे बस में नहीं अब हाल-ए-दिल बयां करना बस यह समझ लो लफ्ज़ कम मोहब्बत ज्यादा है
Copy
52
इतने बड़े बनो कि जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रहे। 💯
Copy
82
इरादे साफ़ है, तभी तोह लोग खिलाफ है.🔥🔥
Copy
102
कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️
Copy
117
बहुत उदास हे कोई तेरे जाने से हो सके तो लौट आ किसी बहाने से, तू लाख खफा सही मगर एक बार तो देख ,कोइ टूट गया है तेरे रूठ जाने से।
Copy
211
कभी-कभी किसी से ऐसा रिश्ता भी बन जाता हैं...कि हर चीज से पहले उसी का ख्याल आता है
Copy
252
वो खुश रहे बस , मेरा क्या है मैं दूसरी पटा लूँगा
Copy
217
जबरदस्ती की नजदीकियों से सुकून की दूरियां ही अच्छी हैं.!
Copy
58
बस एक बार , उलझना है तुमसे, बहुत कुछ , सुलझाने के लिये
Copy
110
खुदा ने मुझे वफादार दोस्तों से नवाज़ा है याद मैं ना करूँ, तो कोशिश वो भी नहीं करते
Copy
737
तकलीफ़ खुद ही कम हो गई, जब अपनों से उम्मीदें कम हो गई…😊😊
Copy
63
एक ख्याल ही तो हूँ मैं ..याद रह जाऊँ .. तो याद रखना ..वरना...सौ बहाने मिलेंगे ...भूल जाना मुझे....
Copy
57
कब तक बातों से दिल ❤️ बहलायें,अब वो मुझे रूबरू चाहिए !! 😊
Copy
36
हिचकियां रूक ही नहीं_रही हैं आज, ☝ पता नहीं हम किसके दिल ❤ में अटक_गए हैं ।।
Copy
92
बाप की चप्पल पहनने से, बेटा बाप नहीं बन जाता!😊
Copy
43
यकीनन हो रही होंगी बैचेनियां तुम्हें भी , ये और बात है कि तुम नजरअंदाज कर रहे हो...
Copy
156
ज़ख़्म वही है जो छिपा दिया जाए.., जो बता दिया जाए उसे तमाशा कहते है...|
Copy
18
जरूरत और खाविश दोनों आप ही हो खुदा करे कोई एक पूरी हो जाये |🥰
Copy
130
अपनी औकात में रहना सीख बेटा. वर्ना जो हमारी आँखों में खटकते है, वो श्मशान में भटकते है.😎😎
Copy
127
शौक पूरे करो जिंदगी तो, एक दिन खुद पूरी हो जाएगी..!!💯
Copy
103
बदल दिया है मुझे मेरे चाहने वालो ने ही… वरना मुझ जैसे शख्स में इतनी खामोशी कहाँ थी...
Copy
108
सोचती हूँ कुछ तो अच्छे करम मैंने भी किए होंगे, यूँ तो नसीब ना होती महोब्बत तुम्हारी!!!
Copy
150
रोज़ रोते 😭 हुए कहती है ज़िन्दगी, एक बेवफ़ा के लिए मुझे बर्बाद मत कर | 💯
Copy
15
छोड़ तो सकता हूँ मगर छोड़ नहीं पाता उसे, वो शख्श मेरी बिगड़ी हुई आदत की तरह है!!😇
Copy
42
हर आरम्भ का मैं अंत हूँ, हर अंत का मैं आरम्भ हूँ , मैं सत्य हूँ; मैं शिव हूँ; मैं काल हूँ; मैं ही महाकाल हूँ !
Copy
131