होने दो जरा उन को भी तनहा.... याद हम भी उन्हें बेहिसाब आएंगे..
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27
हमारी ताकत का अंदाजा हमारे ज़ोर से नहीं , दुश्मन के शोर से पता चलता है !??
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70
उसका मिलना ही मुकद्दर में नहीं था वरना क्या क्या नहीं खोया उसे पाने के लिये
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123
कुछ लोग जब बोल नहीं पाते , बस रो देते है ...
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58
नाम कमाने के लिए दिमाग ? से चलना पड़ता हैं दिल ❤️ से नहीं!
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दिखावा मत कर शहर में शरीफ होने का लोग खामोश तो है पर ना-समझ नहीं..!?
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33
माना मौसम भी बदलते हैं मगर धीरे धीरे..*तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान हैं...!!??
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ज़माने को क्यों बताऊँ क्या हो तुम मेरे लिए, तुम्हें खामोशी से चाहना भी मुझे अच्छा लगता हैं ❤️
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60
वक़्त पर आया करते थे जवाब उनके, ये भी एक वक़्त की बात है !
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13
अगर मैं लहर बनूं, तुम किनारा बनना अगर मैं बहक जाऊं तो तुम सहारा बनना |
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21
लाख साजिश करलो, हम कहकर हराने वालो में से हैं.!!
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13
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
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23
हथियार तो सिर्फ शोक के लिए रखा करते हैं, खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी है..!!?
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46
मत कोशिश करो मुझ जैसा बनने की क्योकि शेर पैदा होते हैं बनाए नहीं जाते ?
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पता है तकलीफ क्या है किसी को चाहना फिर उसे खो देना और खामोश हो जाना
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162
जख्म इतने थे दिल पर कि, हकीम ने ईलाज में मौत ही लिख दी
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4
किसी की आदत बनो, मोहब्बत अपने आप बन जाओगे .
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21
तेरे संग यारा , खुश रंग बहारा
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705
बदल जाते हैं, वोह लोग वक़्त की तरह जिन्हें हद्द से ज्यादा वक़्त दिया जाता है |
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16
तू मेरे दिल पे हाथ रख के तो देख, मैं तेरे हाथ पे दिल ना रख दूँ तो कहना.......!
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62
नहीं तुम से कोई शिकायत बस इतनी सी इल्तिज़ा है, जो हाल कर गए हो कभी देखने मत आना..!! ??
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22
वो दिल ही क्या जो वफ़ा ना करे, तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे, रहेगी तेरी दोस्ती मेरी जिंदगी बन कर, वो बात और है, अगर जिंदगी वफ़ा ना करे.......!
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174
सच्ची दोस्ती एक अच्छे स्वास्थ की तरह है, खोने पर ही उसकी महत्वता पता चलती है
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234
फर्क नहीं पड़ता अब जो कोई दिल दुखये, बता दो उन्हें घाव पर घाव दर्द नहीं करते.
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12
"अकेले कैसे रहा जाता है , कुछ लोग यही सिखाने हमारी जिंदगी मे आते है
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252
हर धोके का हिसाब लेंगे, और तुम्हारा गुरुर चूर-चूर कर देंगे।
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19
जब भी मैं तुमसे दूर होता हूँ, मुस्कुराते हुए तुम्हारे पुराने मेसेज और चिट्ठियां दोबारा दोबारा पढता हूँ ! हाँ ! तुमसे इतना प्यार करता हूँ मैं
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35
एक दूसरे के जैसा होना ज़रूरी नहीं एक दुसरे के लिए होना ज़रूरी है
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37
मेरी बदमाशी का अंदाज़ा इससे लगाओ जब मैं ? शरीफ था तब भी लोग मुझे बदमाश ही कहते थे। ?
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18
कुछ तो सोचा होगा किस्मत ने तेरे मेरे बारे मैं, वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही मोहब्बत क्यों हुई
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