रास्ते उसने बदले थे...मंज़िल मेरी बदल गई।
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दिखावे के शरीफ बनने की आदत नही है, 😠हमारे शब्द चाहे जैसे भी हो खुलेआम बोलते है | 😠
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अंग्रेजी की किताब बन गई हो तुम | पसंद तो आती हो पर समझ् मे नही ||
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151
"सुनो" ज़रा सा हक़ जाताना भी सिख लो,इश्क़ है तो बताना भी सिख लो..
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29
ज़माने को क्यों बताऊँ क्या हो तुम मेरे लिए, तुम्हें खामोशी से चाहना भी मुझे अच्छा लगता हैं ❤️
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मैं दिसंबर और तू जनवरी रिश्ता काफ़ी नज़दीक का और अंतर साल भर का |
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10
खुद से बात कर के खुद से ही झगड़ता हूँ, तुम्हारे जाने के बाद अंदर से कितना उलझता हूँ....
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9
छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है 💔
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9
मसला पाने का होता तो ख़ुदा से छीन लेता ख़्वाहिश तुझे चाहने की है, उम्र भर चलेगी |
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किस्सा बना दिया उन लोगों 🤵 ने भी मुझे जो कल तक मुझे अपना हिस्सा बताया करते थे | 🥺
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जो मजा अपनी पहचान बनाने में है, वो किसीकी परछाई बनने में कहा |
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एक वक़्त ऐसा आता है के सब ठीक होने के बावजूद भी दिल मुस्कुराना भूल जाता है |
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ए खुदा अगर तेरे पेन की श्याही खत्म है..तो मेरा लहू लेले....यू कहानिया अधूरी न लिखा कर।
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वक़्त बुरा हो तो मेहनत करना, वक़्त अच्छा हो तो किसी की मदद करना..!!
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एक बार मेरी तरफ नज़रे उठा कर तो देखो, तमाम उम्र किसी और को नज़र उठा के देखु तो कहना।
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बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको, पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको, न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की, तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको
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मै तब भी अकेला नहीं था, नहीं आज भी हु, तब यारो का काफिला था, आज यादो का कांरवा है
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लोग कहते हैं मुझे तेरे में #Attitude 😎 बहुत हैं, तो मैंने भी कह दिया #भगवान की देन छुपायी नहीं जाती…😎
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चुप चाप चल रहे थे जिंदगी के सफर में, तुम पर नजर पडी तो गुमराह हो गए ❤
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“तुम मेरी ज़िंदगी की वो ख़ुसी हो जिसे मैने अपनी हर दुआ मे मागा है”
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लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी. पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया..🥺
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मिलना है जो गैरों से तो साफ ही कह दो, यूं रूठ के जाने का बहाना अच्छा नहीं लगता
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रास्तों ने चाहा तो फिर मिलेंगे हम, मंजिल का तो कोई इरादा नहीं लगता !😊
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कुछ सोचना चाहिए था उसे, हर सितम से पहले,मै सिर्फ दीवाना नहीं था, इन्सान भी था...
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अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।😊😊
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“प्यार का रिश्ता कितना अजीब होता है, मिल जाये तो बातें लम्बी और बिछड़ जाए तो यादें लम्बी।”
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बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते है लोग.. क्युकी हम रानियो के सामने झुका नहीं करते ❤️🔥
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कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा होता है, EGO के लिए नही, SELF-RESPECT के लिए...
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काबिलियत इतनी बढ़ाओ की तुम्हे हराने के लिए कोशिश नहीं साजिश करनी पड़े.
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