ना साथ है किसी का, ना सहारा है कोई, ना हम किसी के हैं ना हमारा है कोई.
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44
बेमतलब की दुनिया का किस्सा ही खतम, अब जिस तरह की दुनिया, उस तरह के हम ✔️
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119
जिस चीज़ का तुम्हे खौफ है, उस चीज़ का हमे शोक है |?
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82
हो सके तो दिलों में रहना सीखो, गुरुर में तो हर कोई रहता है!
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रोये बगैर तो प्याज भी नही कटता, यह तो जिंदगी है जनाब, ऐसे-कैसे कट जाएगी..?
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32
तुझे जबसे खोया है तबसे कुछ पाने की ख्वाहिश ही नहीं रही.
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कहाँ से लाऊं वो नसीब, जो तुझे मेरा कर दे...
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17
जिनकी हँसी ? खूबसूरत होती है, उनके जख्म काफी गहरे होते हैं.?
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48
लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर तुझे महसूस सिर्फ मैंने किया है
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44
निभा दिया उसने भी दस्तूर दुनिया का तो गिला कैसा पहचानता कौन है यहां मतलब निकल जाने के बाद...
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10
लम्बा सफ़र तय करना है तो...ठोकरों से मुलाकात लाज़मी है...!!
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215
अगर जिंदगी ? में कुछ पाना हो तो, तरीके बदलो, इरादे नही। ?
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65
हम ना पा सके तुझे मुदतो के चाहने के बाद , ओर किसी ने अपना बना लिया तुझे चंद रसमे निभाने के बाद !!
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27
मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी
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मोहब्बत तो क़ायम रहती है जनाब मोहब्बत करने वाले टूट जाते है
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10
जो नहीं है हमारे पास वो ख्वाब हैं, पर जो है हमारे पास वो लाजवाब हैं..!!?
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168
एक वक़्त था जब मोहब्बत की मिशाल देते थे लोग, अब जी भर जाये तो दिल से भी निकाल देते हैं लोग।❤️?
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4
रात के अंधेरे मे तो हर कोई किसी को याद कर लेता है सुबह उठते ही जिसकी याद आए मोहब्बत उसको कहते है
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456
बचपन से ही शौक था अच्छा इंसान बनने का, लेकिन बचपन खत्म और शौक भी खत्म.?
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लड़की गैलरी से नहीं... Salary से पटती है
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373
पूछा ऊपर वाले से मैंने कि मेरी मोहब्बत अधूरी क्यूँ लिखी,, वो भी कहकर रो पड़ा मुझे भी राधा कहाँ मिली.??
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तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों?की नमी…हँसना?भी चाहूँ तो रूला?देती है तेरी कमी…!!
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40
नफरत का रिश्ता भी नही रखना तुमसे, वो रिश्ता भी निभा सको इस काबिल नही तुम।??
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62
शौक पूरे करो जिंदगी तो, एक दिन खुद पूरी हो जाएगी..!!?
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बहुत लड़ी मैं तुमसे पर तुम्हारी यादों से हार गई |
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12
कुछ तो सोचा होगा किस्मत ने तेरे मेरे बारे मैं, वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही मोहब्बत क्यों हुई
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814
दुसरो पे मरने वाले हम नहीं हम पर मरने वाले कम नहीं.??
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86
वो मन बना चुके थे दूर जाने का, हमे लगा हमे मनाना नहीं आता
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कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं, लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं |?
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बिछड़ कर फिर मिलेंगे यकींन कितना था, था तो ख्वाब, मगर हसीन कितना था |
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