Apno ko jab apne kho dete hain tanhaiyon me aksar wo ro dete hain, kyu palkon par rakhte hain log unko,jo in palkon ko hamsha aansuon se bhigo dete hain.
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दोस्ती भी ज़रूरी है इस सफर ऐ जिन्दगी में, रात को साथ चाय पीने मेहबूब नहीं जाते .
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तुम सिर्फ मेरा नाम जानते हो, उसके पीछे की कहानी नहीं..! ?
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उसने कहा तुम सबसे अलग हो, सच कहा और कर दिया मुझे सबसे अलग |
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मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से मतलब नही। कोई दिल से हो मेरा तो एक शख्स ही काफी है!!❤️
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दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमको हम तो दोस्तो के रूठ जाने से डरते है |☺️☺️
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जो हमसे बात नहीं करते, वो दूसरों से हमारी ‘बात’ करते है ।
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परख ना सकोगे ऐसी शख्सियत है मेरी, मैं उन्हीं के लिए हूं जो जाने कदर मेरी..?
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तेरे बाद हमारा हमदर्द कौन बनेगा, हमने तो सब छोड़ दिया तुझे पाने की जिद्द में।
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किसी अपने को खोकर हम मरते नहीं है .... बस जीना भूल जाते है ...
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बड़ी सादगी से उसने कह दिया, रात को सो भी लिया कर…. रातो को जागने से मोहब्बत लौट नहीं आती
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ना आवाज हुई, ना तामाशा हुआ, बड़ी खामोशी से टूट गया, एक भरोसा जो तुझ पर था…
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मुझे तुमसे सिर्फ ये कहना है मुझे तेरी बाँहों में हमेशा रहना है
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घुटन सी होने लगी थी, इश्क जताते जताते, हम खुद से रूठ गए थे, किसी को मनाते मनाते |?
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जिंदगी उस दौर से गुजर रही है दिल दुखता है लेकिन चेहरा हंसता है |
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अगर गलतियां निकालने का इतना ही शौक है तो शुरुआत ख़ुद से करना!
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“किसी को चाह कर ना पाना दर्द देता है, लेकिन पाकर खो देना ज़िन्दगी तबाह कर जाता है…..!”
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किसी रोज़ मिलने से प्यार हो या न हो लेकिन किसी रोज़ बात करने से उसकी आदत जरूर हो जाती है
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रोज़ तोह वोह मरते है जोह, खुद से जयादा किसी और की फ़िक्र करते है .❤️?
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तकलीफ़ अकेलेपन से नहीं, अंदर के शोर से है…??
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काश वो आये और गले लगाकर कहे पागल मुझे भी नहीं रहा जाता तेरे बिना।??
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लफ्ज ढाई अक्षर ही थे.....कभी प्यार बन गए तो कभी जख्म.......
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प्यार था और रहेगा भी..लेकिन बस अब बार बार टूटने की हिम्मत खत्म हो गयी है डर में नही जी सकते के कब कौन बीच रास्ते साथ छोड़ जाए अकेले का सफर कठिन है जानती हूँ पर किसी के साथ रहकर भी तन्हा महसूस करना ज़्यादा बुरा लगता है ?
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"बादशाह नहीं बाज़ीगर से पहचानते हैं लोग हमें, क्योंकि हम रानियों के सामने झुका नहीं करते !!"
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मुसाफ़िर कल भी थी मुसाफ़िर आज भी है, कल अपनों की तलाश में थी आज अपनी तलाश में हूँ!!!?
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बहुत थे मेरे भी इस दुनिया में अपने, फिर हुआ सच बोलने का नशा और हम लावारिस हो गए..
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मै तो फना हो गया उसकी एक झलक देखकर ना जाने हर रोज़ आईने पर क्या गुजरती होगी।
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रोज़ नहीं पर कभी कभी तो वो शख्स मुझे जरूर सोचता होगा
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जब रिश्तों में ग़लतफहमी आ जाये तो, सच्चा प्यार भी झूठा लगने लगता है. ???
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जो हमसे जले थोड़ा साइड से चले...??
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