बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी..पहले पागल किया.. फिर पागल कहा.. और फिर पागल समझ कर छोड़ दिया
Copy
101
मंजिले कितनी भी ऊंची हो रास्ते हमेशा पैरों के नीचे होते हैं |
Copy
63
सब छोड़ते ही जा रहे हैं मुझको ऐ ज़िन्दगी, तुझे भी इजाज़त है, जा जा के ऐश कर |
Copy
9
इज़्ज़त, मोहब्बत, तारीफ़ और दुआ...माँगी नहीं जाती, कमाई जाती है...।।
Copy
3K
दोस्त तो बहुत मिलेंगे जिंदगी में, मगर तेरी तो बात ही कुछ और है.
Copy
196
हमने तो मोहब्बत कीयी थी वो भी कर लेती तो शायद इश्क कहलाता...।
Copy
13
कमाल करता है, तू भी ऐ दिल. उसे फुर्सत नहीं और तुझे चैन नहीं. ॥
Copy
18
"गिरना अच्छा है औकात पता चलती है, यामने वाले कितने हाथ है, ये बात पता चलती है!"
Copy
30
प्रेम हो तो राधा कृष्ण जैसा भले ही साथ ना हुए मगर नाम आज भी साथ लिया जाता है..!!
Copy
71
दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है..
Copy
38
यदि सफल होना चाहते हो, तो पहले अपने ‘अभिमान’ को नाश कर डालो ।
Copy
105
सच्ची दोस्ती एक अच्छे स्वास्थ की तरह है, खोने पर ही उसकी महत्वता पता चलती है
Copy
234
खेल तो तेरे साथ भी खेला 😠 जाएगा लेकीन नियम हमारे होंगे ! 😎
Copy
32
जिन्हें नींद नहीं आती उन्हीं को मालूम है सुबह आने में कितने जमाने लगते हैं
Copy
77
पूछा ऊपर वाले से मैंने कि मेरी मोहब्बत अधूरी क्यूँ लिखी,, वो भी कहकर रो पड़ा मुझे भी राधा कहाँ मिली.🥺🥺
Copy
44
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबुत रखना जरा से भी चुके तो मोहबत हो जायेगी
Copy
36
ये जो तुम कहते रहते हो न की खुश रहा करो तो फिर सुन लो हमेशा मेरे पास रहा करो
Copy
122
इतना कहाँ मशरूफ हो गए हो तुम.. अब दिल दुखाने भी नहीं आते 🥺
Copy
20
वक़्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे,
Copy
837
एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए ! पर तब तक मैं तुम्हारी ज़िन्दगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा
Copy
66
मेरी मुस्कान के लिये काफ़ी है याद तेरी
Copy
371
आज भी लड़खड़ा जाती है आवाज़..जब कोई पूछता है तुम्हारे बारे में.. 💔
Copy
33
उसके बदलने का कोई दुःख नहीं, बस अपने ऐतबार पर शर्मिंदा हूं
Copy
102
कहीं बाजार में मिल जाये तो लेते आना…वो चीज़ जिसे दिल💗का सुकून कहते हैं…!!
Copy
19
लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर तुझे महसूस सिर्फ मैंने किया है
Copy
44
अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।😊😊
Copy
47
अपनापन छलके जिस की बातों में .. सिर्फ़ कुछ ही बंदे होते है लाखों में
Copy
80
जिगर 💪 वालों को डर से कोई वास्ता नहीं होता, हम वहाँ भी कदम रखते हैं जहाँ कोई रास्ता 🛣️ नहीं होता..!
Copy
21
हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
Copy
12