मत चाहो किसी को इतना की बाद में रोना पडे, क्यूंकि ये दुनियां दिल से नहीं ज़रूरत से प्यार करती हैं।
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17
अच्छा हूँ या बुरा हूँ, अपने लिए हूँ ,मैं खुद - को नहीं देखता औरों की नज़र से !??
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81
यें वो जमाना है जिसकी जितनी परवाह करोगे,❤️ वो उतना ही बेपरवाह होकर मिलेगा ?
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15
मुझे समझने के लिये ! आपका समझदार होना ज़रूरी है !!"
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18
हजारों ने दिल हारे है तेरी सूरत देखकर, कौन कहता है तस्वीर जुआँ नही खेलती..??
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89
“अकड़ उतनी ही दिखाना जितनी तेरी औकात हो,,!!” ?
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19
आप सामने हो और हम हद में रहे, मोहब्बत में कोई इतना भी शरीफ नहीं होता.!
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34
दस्तक़ और आवाज़ तो कानों के लिए है.. जो रूह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं..
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26
तजुर्बे ने शेरों ? को खामोश रहना सिखाया है,, क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता..✔️
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82
कोई शिकायत अपने दिल में कभी नहीं रखना, यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है
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63
मुझे ख़ुद को बेक़सूर सबित करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं जानता हूँ कि मैं बेक़सूर हूँ। ?
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20
संघर्ष करना अगर इंसान की आदत बन जाए, तो सफलता उसकी तकदीर बन जाती है !
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58
हादसे कुछ दिल पे ऐसे हो गए , हम समुन्दर से भी गहरे हो गए
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31
ग़ालिब ने खूब कहा है - ऐ चाँद तू किस मज़हब का है , ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
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69
कुछ खोये बिना हमने पाया है, कुछ मांगे बिना हमें मिला है, नाज़ है हमें अपनी तक़दीर पर जिसने आप जैसे दोस्त से मिलाया है
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563
वो भी जिन्दा है,मैं भी जिन्दा हूँ… क़त्ल सिर्फ इश्क़ का हुआ है
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198
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि, धीयो यो न: प्रचोदयात् ।।
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233
मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे
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114
बहुत उदास हे कोई तेरे जाने से हो सके तो लौट आ किसी बहाने से, तू लाख खफा सही मगर एक बार तो देख ,कोइ टूट गया है तेरे रूठ जाने से।
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211
गलत सुना था कि मोहब्बत आँखों से होती है, दिल तो वो भी चुरा लेते है जो पलकें नहीं उठाते है.
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31
यकीनन हो रही होंगी बैचेनियां तुम्हें भी , ये और बात है कि तुम नजरअंदाज कर रहे हो...
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156
इंतज़ार मत करो जितना तुम सोचते हो ? ... जिंदगी उससे कहीं ज्यादा तेजी से निकल रही है.... ?
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34
कई बार ऐसा भी होता है के ज़रूरत से ज़्यादा सोचना भी इंसान की खुशियां छीन लेता है।
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44
बहुत खूबसूरत वो रातें होती है, जब तुमसे दिल की बातें होती है
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138
डाल कर...आदत बेपनाह मोहब्बत की...अब वो कहते है...कि...समझा करो वक़्त नही है...
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29
खुलकर उड़ने का शौक तो हमें भी है, साहब मगर घर की जिम्मेदारियों ने बाँध रखा है |
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49
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत खत्म कर दी अब मोहब्बत किसे कहते हैं हमे मालूम नहीं
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121
ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले, उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने
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137
तेरे बाद हमारा हमदर्द कौन बनेगा, हमने तो सब छोड़ दिया तुझे पाने की जिद्द में।
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5
कोई शख्स तो यूँ मिले, के वो मिले तो सुकून मिले...
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