ना जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुझसे, धड़कना भूल सकता है पर #तेरा नाम नही..? ?
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गलती उसकी नहीं मेरी ही थी, अंजाम पता था, फिर भी दिल लगा बैठे.
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आँसू आ जाते हैं आँखों में पर लबों पर हंसी लानी पड़ती है ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है
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कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है, यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है.
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एक हार से कोई फकीर और एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता..!!?
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साथ बैठने की औकात नहीं थी उसकी, जिसको मैंने सर पर बिठा रखा था..!!?
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मेरी जिंदगी तेरे साथ शुरू तो नहीं हुई पर ख्वाहिश है खत्म तेरे साथ ही हो ?❤️
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मोहब्बत में शक ? और गुस्सा ? वही लोग करते हैं, जो आपको खोने से डरते हैं।
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नफरत का रिश्ता भी नही रखना तुमसे, वो रिश्ता भी निभा सको इस काबिल नही तुम।??
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ना आवाज हुई, ना तामाशा हुआ, बड़ी खामोशी से टूट गया, एक भरोसा जो तुझ पर था…
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उदास नहीं होना,क्योंकि मै साथ हूँ, सामने न सही पर आस-पास हूँ, पल्को को बंद कर जब भी दिल मे देखोगे, मै हर पल तुम्हारे साथ हूँ !
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दर्द को भी आधार कार्ड से जोड़ दो जनाब, जिन्हे मिल गया हो, उन्हे दोबारा ना मिले.
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हम क्या हैं वो सिर्फ हम जानते हैं ? लोग सिर्फ हमारे बारे में अंदाजा ही लगा सकते हैं ?
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एक ही शक्य को धुड़ती है, ये निगाहें साहब, ये वो प्यार नहीं जो हर किसी से कर लु...।
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लाइफ में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है जिसे लोग कहते हैं तुम नहीं कर सकते
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फितरत हैं महोबत करने वालो की नहीं मिले तो सब्र नहीं करते, मिल जाए तो कदर नहीं करते |
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डाल कर...आदत बेपनाह मोहब्बत की...अब वो कहते है...कि...समझा करो वक़्त नही है...
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ज़रा सी बदनामी भी होनी चाहिए मोहब्बत में, वरना यह ज़माना आशिक नहीं कहेगा तुमको.!
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माचिस तो यूं ही बदनाम है,, हमारे तेवर तो आज भी आग ? लगाते हैं!
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खेल खेलने में तभी मजा आता हैं, जब जिंदगी दाव पर लगी हों. ?
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सब कुछ पा लिया तुमसे इश्क़ करके बस कुछ रह गया तो वो तुम हो...??
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जिन्हें पता होता हैं। की अकेलापन क्या होता हैं । ऐसे लोग दुसरो के लिए । हमेशा हाज़िर रहते हैं ।
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कुछ लोग जब बोल नहीं पाते , बस रो देते है ...
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सब ख़फ़ा है मेरे लहजे से...पर मेरे हाल से कोई रूबरू तक न हुआ.....
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बेहतर से बेहतर तलाश करो, नदी मिल जाए तो समन्दर की तलाश करो |?
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छीन लेता है हर चीज मुझसे ऐ खुदा.. क्या तू भी इतना गरीब है..??
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हमारी काबिलियत ही हमारी पहचान है, वरना लोग तो बहुत हैं दुनिया में??
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लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर तुझे महसूस सिर्फ मैंने किया है
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क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी अपनी ख़ुशी को छोड़ दिया ” उसे ” खुश देखने के लिए
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जब छोटे थे तो बातें भूल जाते थे तो सब कहते थे याद रखना सीखो, अब जब बड़े हो गए हैं तो हर बात याद रहती है तो सब कहते हैं भूलना सीखो.
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