नींद चुराने वाले पुछते है सोते क्यों नहीं, इतनी ही फ़िक्र है तो, फिर हमारे होते क्यों नहीं !😔
Copy
42
रहा नहीं जाता आपके दीदार के बिना, ज़िन्दगी अधूरी है मेरी आपके प्यार क बिना| ❤️
Copy
83
मत चाहो किसी को इतना की बाद में रोना पडे, क्यूंकि ये दुनियां दिल से नहीं ज़रूरत से प्यार करती हैं।
Copy
17
अच्छा हूँ या बुरा हूँ, अपने लिए हूँ ,मैं खुद - को नहीं देखता औरों की नज़र से !😊😊
Copy
81
क्या फायदा ऐसी मोहब्बत का... कि मैं उदास रहूँ और तू सोया रहे..
Copy
331
बाहर से शांत दिखने के लिये अंदर से बहुत लड़ना पडता है |😉
Copy
60
'देख ली हमने जमाने की यारी मतलब निकल जाने के बाद दूर हो जाते है बारी बारी।" 💯
Copy
153
दुनिया आज भी मेरी दीवानी है और एक हम है कि उनके इंतज़ार में तन्हा बैठे रहते है।
Copy
18
हमने कहा दीवानगी क्या होती है, उसने कहा दिल तुम्हारा हुकूमत हमारी.
Copy
22
मैंने दबी आवाज में पूछा, मोहब्बत करने लगी हो, नजरें झुका कर वो बोली, "बहुत"
Copy
65
इश्क़ सच्चा वही …जिसको मिलती नहीं मंज़िलें मंज़िलें …
Copy
251
मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना क्युंकी, मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे |
Copy
33
गिरगिट की आखिरी जुबान “में आजकल रंग बदलने में लोगों का मुकाबला नहीं कर पा रही हूं
Copy
72
अगर आपका रास्ता सबसे अलग है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप खो गए है
Copy
150
जब बात जरूरत की हो तो जुबान सबकी मीठी हो जाती है।
Copy
32
“जो रहते हैं दिल में, वो जुदा नही होते, कुछ अहसास लफ़्ज़ों में बयान नही होते
Copy
21
उनकी ख़ुशी ढूँढ़ते - ढूँढ़ते, मेरे ख्याब ने खुद ख़ुशी कर ली |
Copy
5
नजरें 👀 झुकी थी और चेहरे 😊 पे क्या नूर था, उसकी सादगी में भी कितना गुरुर था!❤️
Copy
43
मुझे छोड़ दो मेरे हाल पे, जिन्दा हूँ यार, काफी है..!
Copy
18
जिस दिन उसपर दिल आया था, उस दिन मौत आ जाती तो अच्छा रहता |
Copy
15
काश तू लौट आये और कहे बस बहुत हो गया अब नहीं रहा जाता तेरे बिना
Copy
18
एक तेरी ख़ामोशी जला देती है इस पागल दिल को, बाकी तो सब बातें अच्छी हैं तेरी तस्वीर में..!!
Copy
19
बहुत मुश्किल है उस शख्स को गिराना, जिसको चलना ठोकरों ने सिखाया हो .
Copy
456
अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।😊😊
Copy
47
कभी तुम नाराज़ हुए तो हम झुक जाएंगे, कभी हम नाराज़ हुए तो तुम गले लगा लेना...!!
Copy
30
मैं क्यों पुकारू उसे कि लोट आओ उसे खबर नहीं कि कुछ नहीं मेरे पास उसके सिवाए.
Copy
103
ज़ख़्म वही है जो छिपा दिया जाए.., जो बता दिया जाए उसे तमाशा कहते है...|
Copy
18
चैन से गुज़र रही थी ज़िन्दगी,और फिर तुम मिल गए!
Copy
121
नफरत के बाज़ार में जीने का अलग ही मज़ा है, लोग रुलाना😢 नहीं छोड़ते हम हसना😆 नहीं छोड़ते….!!
Copy
125
अब मुझे रास आ गई है तन्हाइयाँ... आप अपने वक़्त का अचार डाल लिजिये
Copy
17