बक्श देता है खुदा उनको, जिनकी किस्मत खराब होती है…..वो हरगिज़ नहीं बक्शे जाएंगे जिनकी नियत खराब होती है |
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जब छोटे थे तो बातें भूल जाते थे तो सब कहते थे याद रखना सीखो, अब जब बड़े हो गए हैं तो हर बात याद रहती है तो सब कहते हैं भूलना सीखो.
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तूने तो कहा था हर शाम गुजरेगी तेरे साथ ! तू बदल गया या तेरे शहर में शाम नहीं होती। ❤️
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चेहरे के रंग देखकर, दोस्त ना बनाना दोस्तों.. "तन" का काला चलेगा लेकिन "मन" का काला नहीं..?
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बहुत अंदर तक तोड़ डालता है, वह अश्क जो आंखों से बह नहीं पाता |
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हीरे की काबिलियत रखते हो तो, अँधेरे में चमका करो…रौशनी में तो कांच भी चमका करते है
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कई बार ये सोचके दिल मेरा रो ? देता है, की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने खुद को भी खो दिया |?
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मत बनाओ मुझे फुर्सत के लम्हों का खिलोना मैं भी इंसान हूँ दर्द मुझे भी होता है
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कैसा अजीब खेल है मोहब्बत का जनाब, एक थक जाए तो दोनों हार जाते हैं |
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ये जो रात को जागते है ना.. ये जानते है किसी को खोने का दर्द !!
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जिंदगी इतनी मुश्किल इसीलिये हैं, क्योंकि लोग आसानी से मिली चीज़ों की कद्र नहीं करते..
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शरीफों की शराफत और हमारा कमीनापन किसी को अच्छा नहीं लगता!! ??
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? हम तो मोहबत के नाम से भी अनजान थे, एक शख्स की चाहत ने पागल बना दिया
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किसी दूसरे का टाइमपास बनने से अच्छा है अपने करियर पर ध्यान दो |
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मोहब्बत तो सिर्फ मुझे हुई थी, उसे तो तरस आया था मुझ पर।
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अंदाजा ताकत का लगाया जाता है हौसले का नहीं।
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Apno ko jab apne kho dete hain tanhaiyon me aksar wo ro dete hain, kyu palkon par rakhte hain log unko,jo in palkon ko hamsha aansuon se bhigo dete hain.
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भीड़ है मेरे पास रिश्तों की , फिर भी किसी अपने की कमी है ...
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जिंदगी की उलझनों ? ने मेरी शरारतें कम कर दीं, और लोग समझते है कि मैं समझदार ? हो गया ।
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तुम मेरे हो, ये अफ़वाह फेलाह दूँ क्या ? मुझसे जलने ? वालों को थोड़ा और जला ? दूँ क्या ?
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संघर्ष करना अगर इंसान की आदत बन जाए, तो सफलता उसकी तकदीर बन जाती है !
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अच्छी लगती है ये खामोशियाँ भी अब हर किसी को जवाब देने का सिलसिला ख़त्म हो गया।
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वक़्त आने दो उस पर भी राज करेंगे जिसे लोग दुनियां कहते हैं ??
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फिर ग़लतफैमियो में डाल दिया.. जाते हुए मुस्कुराना ज़रूरी था
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"सुनो" ज़रा सा हक़ जाताना भी सिख लो,इश्क़ है तो बताना भी सिख लो..
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जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥१॥
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अब मुझे रास आ गई है तन्हाइयाँ... आप अपने वक़्त का अचार डाल लिजिये
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तबाहियों का दौर है जनाब, शांति की उम्मीद हमसे मत रखना!?
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उँगलियाँ निभा रही हैं रिश्ते आजकल ज़ुबाँ से निभाने का वक्त कहाँ
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ऐ ईश्क सुना था के… तु अंन्धा है फिर मेरे धर का राश्ता तुजे कीसने बताया
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