बस तुम रूठा मत करो कभी मुझसे , क्यू की सुना है जान रूठ जाए तो कोई जी नहीं पता |
Copy
174
जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ, किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है.?
Copy
74
नफ़रत , इश्क़ , मोहब्बत जो भी हो हक़ से दीजिए , वरना रहने दीजिए !!??
Copy
130
हम जुड़े हुए हैं प्यार की डोर से, गुस्सा तो हो सकते हैं पर जुदा नही.!
Copy
70
कुछ रिश्ते निभाने के लिए आपका, नासमझ बने रहना जरूरी है...
Copy
940
बेशक मोहब्बत ना कर पर बात तो कर तेरा यु खामोश रहना बड़ी तकलीफ देता है
Copy
77
हम थोड़े खामोश क्या हुऐ, कुछ लोगो ने तो हमे बेजुबां ही समझ लिया |❤️?
Copy
33
आज भी लड़खड़ा जाती है आवाज़..जब कोई पूछता है तुम्हारे बारे में.. ?
Copy
33
तू चालाकी से कोई चाल तो चल, जीतने का हुनर मुझ में आज भी हैं ! ?
Copy
22
ज़रा सा हक तुम भी जताना सीख लो ? इश्क़ अगर है, तो बताना सीख लो !!❤️
Copy
72
उसे भुला दूंगा और चैन से सोऊंगा .. ये सोचते सोचते पूरी रात निकल जाती है !
Copy
16
एक तमन्ना थी कि ज़िन्दगी रंग बिरंगी हो और दस्तूर देखिए, जितने मिले गिरगिट ही मिले | ❤️
Copy
27
बाज कभी कबूतरों के साथ उड़ान नहीं भरता..!
Copy
45
मोहब्बत का एक फरिश्ता ऐसा मिला खुदा तो नही पर खुदा सा मिला
Copy
33
माफ़ी चाहता हू, तेरा गुनहगार हू ए दिल, तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं.?
Copy
54
जिसकी सज़ा सिर्फ़ तुम हो मुझे ऐसा कोई गुनाह करना है..❤️❤️
Copy
87
चुप हूँ तो चुप ही रहने दो मुझे, अगर बोल पड़ा तो काफी चेहरों को नफरत हो जाएगी!?
Copy
108
मिलावट का जमाना है साहिब,,,कभी हमारी हां में हां भी मिला दिया करो...
Copy
80
उम्मीद जिंदा रखिए साहेब, आज हँसने वाले कल तालिया भी बजाएंगे..!❤️?
Copy
121
पता नहीं सुधर गया के बिगड़ गया, ये दिल अब किसी से बहस नहीं करता..!
Copy
27
प्रेम हो तो राधा कृष्ण जैसा भले ही साथ ना हुए मगर नाम आज भी साथ लिया जाता है..!!
Copy
71
जो वक्त नहीं दे सकते वो साथ क्या देंगे |
Copy
58
कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं जब दिल भर जाता है तो लोग अक्सर रूठ जाया करते हैं ?
Copy
686
नसीब का प्यार गरीब की दोस्ती, कभी धोखा नहीं देती हैं।
Copy
281
परेशान करते थे मेरे सवाल तुमको.. तो बताओ पसंद आयी खामोशी मेरी....
Copy
28
इतना दर्द तो मौत भी नही देती, जितनी दर्द तेरी ख़ामोशी दे रही है।
Copy
5
मैंने जब भी रब से गुजारिश की है, तेरे चहेरे पे हँसी की सिफारिश की है…
Copy
17
हम ना पा सके तुझे मुदतो के चाहने के बाद , ओर किसी ने अपना बना लिया तुझे चंद रसमे निभाने के बाद !!
Copy
27
तू पनाह मेरी, तू साया मेरा ….तू मंजिल मेरी, मैं मुसाफ़िर तेरा…
Copy
97
सोचती हूँ कुछ तो अच्छे करम मैंने भी किए होंगे, यूँ तो नसीब ना होती महोब्बत तुम्हारी!!!
Copy
150