तुम किताब-ए-इश्क़ तो बनो, पन्नो पर मोहब्बत हम भर देंगे.!
Copy
35
जिनकी हँसी ? खूबसूरत होती है, उनके जख्म काफी गहरे होते हैं.?
Copy
48
तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है
Copy
54
मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना क्युंकी, मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे |
Copy
33
चुप चाप चल रहे थे जिंदगी के सफर में, तुम पर नजर पडी तो गुमराह हो गए ❤
Copy
109
कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है, यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है.
Copy
13
जितना मुश्किल किसी को पाना होता है.... उससे ज़्यादा मुश्किल उसे भुलाना होता है....
Copy
63
न कोई चेला न कोई मेला, मन मिले तो मिल जाओ मुझसे , वरना शिव भक्त चले अकेला || बम बम भोले ||
Copy
235
उसको मालूम तो हैं मेरे हालातो के बारे मे, फिर खैरियत पूछकर मेरी मुश्किलें क्यों बढ़ाते हैं |
Copy
60
मत कोशिश करो मुझ जैसा बनने की, क्योंकि शेर पैदा होते हैं बनाए नहीं जाते !!"
Copy
9
अगर आप चाहते हैं कि कोई चीज अच्छे से हो तो उसे खुद कीजिये
Copy
136
कभी अकेले रह कर देखना, लफ़्जों से ज्यादा आँसू निकलते हैं.
Copy
34
भीड़ तन्हाइयों का मेला है, यहाँ हर आदमी अकेला है |??
Copy
73
दिलों में खोट है ज़ुबां से प्यार करते हैं, बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते हैं…...!!!
Copy
31
दोस्त, हालात बदलने वाले रखो, हालात के साथ बदलने वाले नहीं ।
Copy
110
कोई अजनबी ख़ास हो रहा है, लगता है फिर से प्यार हो रहा है..!
Copy
17
नींद भी नीलाम हो जाती है, बाज़ार-ए-इश्क में, किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता। ❤️
Copy
35
इश्क़ की पतंगे उड़ाना छोड़ दी हमने वरना, हर हसीना की छत पर हमारे ही धागे हुआ करते थे।?
Copy
87
सीधे साधे रहते है अब रोल बदल देंगे, जब दिमाग़ खराब होगा तो माहौल बदल देंगे..!
Copy
157
कोशिश तो सबकी जारी है, वक़्त बताएगा कोन किसपे भारी है..|✌??
Copy
83
एक तमन्ना थी कि ज़िन्दगी रंग बिरंगी हो और दस्तूर देखिए, जितने मिले गिरगिट ही मिले | ❤️
Copy
27
सच कहा था किसी ने कि तन्हाई में जीना सीख लो मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है |
Copy
13
प्यार वो नहीं जो कोई कर रहा है प्यार वो है जो कोई निभा रहा है ?
Copy
119
दुनिया खामोशी भी सुनती है, लेकिन पहले दहशत मचानी पड़ती है |?
Copy
44
इतनी बुरी भी ना थी जिन्दगी जनाब, बस कुछ दिमाग वाले लोगो को दिल मे जगह दे दी...!!
Copy
49
कुछ खास नहीं इन हाथों की लकीरों में,मगर तुम हो तो एक लकीर ही काफी है…
Copy
43
अपनी तन्हाई में तन्हा ही अच्छा हूँ, मुझे जरूरत नहीं दो पल के सहारो की । ??
Copy
45
दुनिया खामोशी भी सुनती हैं, लेकिन पहले धूम मचानी पड़ती हैं. ?
Copy
21
चालाकी कहा मिलती है मुझे भी बताओ दोस्तों, हर कोई ठग लेता है जरा सा मीठा बोल कर.?
Copy
49
मुसाफ़िर कल भी थी मुसाफ़िर आज भी है, कल अपनों की तलाश में थी आज अपनी तलाश में हूँ!!!?
Copy
119