अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी, लोग तसल्लियाँ तो देते हैं, पर साथ नहीं।💯
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खोकर पता चलती है कीमत किसी की, पास अगर कोई हो तो एहसास कहाँ होता है। 💯🥺
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ख़त्म हो गए उन लोगों से रिश्ते भी, जिनसे मिलकर लगता था, ज़िन्दगी भर साथ देंगे 🥺🥺
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मैं जो हूँ सो हूँ, लोगो की सोच से मुझे घण्टा भी फर्क नही पड़ता..!😎🖕
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काश ! वो सुबह नींद से जागे तो मुझसे लड़ने आए, कि तुम होते कौन हो मेरे ख़्वाबों में आने वाले
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कामयाबी के सफर में धूप बड़ी काम आयी. छांव अगर होती तो कब के सो गये होते !
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कुछ खोये बिना हमने पाया है, कुछ मांगे बिना हमें मिला है, नाज़ है हमें अपनी तक़दीर पर जिसने आप जैसे दोस्त से मिलाया है
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प्यार करना हर किसी के बस की बात नहीं जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिए
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उसकी जीत के लिए उससे हार जाना , कमाल है ये एक तरफ़ा इश्क़ निभाना !
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दिल लगाने से अच्छा है , पेड़ लगाऐ , वोह घाव नही कम से कम छाव तोह देगे
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हर मंज़िल हासिल होंगी, बस तुम इरादा नेक रखना.
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माना की मरने वालों को भुला देतें है….सभी ...मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी…
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आंसू जानते है कौन अपना है इसलिए बस अपनों के सामने निकल आते हैं.
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लोग कहते है समझो तो खामोशियाँ भी बोलती है, मै अरसो से खामोश हूँ, वो बरसों से बेखबर है 💔
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फैसला ! नहीं हो पा रहा, तनहा ! रात है या मै ...
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बुजदिल हें वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते, बहुत हौसला चाहिए बर्बाद होने के लिए
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“होठों की हँसी को ना समझ हक़ीक़त-ए-जिंदगी,दिल में उतर के देख हम कितने उदास है”
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सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी, हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं।
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तेरे Online आने पर वो हरी बत्ती,🥰 मुझे चाँद से भी ज्यादा खूबसूरत लगती हैं..!!❤️
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इज़्ज़त, मोहब्बत, तारीफ़ और दुआ...माँगी नहीं जाती, कमाई जाती है...।।
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छीन लेता है हर चीज मुझसे ऐ खुदा.. क्या तू भी इतना गरीब है..😥😥
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लापता होकर निकले थे मोहबत में तेरी , हमें कया पता था मशहूर हो जाएंगे
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समझ में ही नही आता कभी-कभी, ये सब क्या हो रहा जिंदगी में...बस.. चुप-चाप तमाशे देख रही हु जिंदगी के...
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मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की हम आईना जमीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते है.💪
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होती रहेगी मुलाकाते तुमसे, नजर से दूर हो दिल से नहीं ॥
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जिसके बदले तुम मिल जाओ, ऐसा कोई गुनाह करना चाहता हूँ.
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पहचान बड़े लोगो से नहीं, साथ देने वाले लोगो से होनी चाहिए |🧑🏻🤝🧑🏻
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गुनाह छोटा हो या फिर बड़ा हिसाब सबका होता है..!
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कैसी है मुहब्बत तेरी महफिल में मिले तो अनजान कह दिया !! सन्हा जो मिले तो जान कह दिया..
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बहुत शौक से उतरे थे इश्क के समुन्दर में.. पहली ही लहर ने ऐसा डुबोया कि आज तक किनारा ना मिला
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