दिल में फीलिंग्स का समुन्दर आता है जब आपका रिप्लाई एक मिनट के अंदर आता है
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अपनी तन्हाई में तन्हा ही अच्छा हूँ, मुझे जरूरत नहीं दो पल के सहारो की । ??
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आज भी लड़खड़ा जाती है आवाज़..जब कोई पूछता है तुम्हारे बारे में.. ❤️
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मेरे दिल का दर्द किसने देखा है, मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है ,हम तन्हाई में बैठे रोते है,लोगो ने हमे महफ़िल में हस्ते देखा है।
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साईकिल और जिंदगी तभी बेहतर चल सकती है, जब 'चैन' हो.. ?
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तेरे इश्क का सुरूर था जो खुदको बर्बाद किया, वरना दुनिया मेरी भी दीवानी थी।?
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कर दिया न फिर से तन्हा, कसम तो ऐसे दी थी जैसे तुम सिर्फ मेरे हो !!
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कैसे कह दूं कि मुलाक़ात नहीं होती है, रोज़ मिलते हैं मगर बात नहीं होती है |
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जो सच बोलता है , सबसे अधिक नफरत लोग उसी से करते हैं ...
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लोग वाकिफ हैं मेरी आदतों से रूतबा कम ही सही पर लाजवाब रखता हूँ |
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"इतने बड़े बनो कि जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रहे !"
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पढ़ना लिखना त्याग, नक़ल से रख आस, ओढ़ रजाई सो जा बेटा, रब करेगा पास
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कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,लगता है फिर प्यार हो रहा है…
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इश्क की उम्र नहीं होती ना ही दौर होता है इश्क़ तो इश्क़ है जब होता है बेहिसाब होता है।
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हमें जरूरत ही क्या हमारे प्यार को साबित करने की जब हमारे चेहरे की खुशी सब जाहिर कर देती है। ?❤️
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मोहब्बत भी ठंड जैसी है, लग जाये तो बीमार कर देती है
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पिंजड़े में बंद करने से शेर गीदड़ नहीं बन जाता। जब शेर बहार आता है तो शिकारी खुद शिकार बन जाता है।??
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तू मेरे दिल पे हाथ रख के तो देख, मैं तेरे हाथ पे दिल ना रख दूँ तो कहना.......!
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जय श्री राधा सनेह बिहारी जी ॥
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कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम
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कर्म तेरे अच्छे है तो किस्मत तेरी दासी है || नियत तेरी अच्छी है तो घर मथुरा काशी है ||
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पछतावा अतीत नहीं बदल सकता, और चिंता भविष्य..!!?❤️
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समझने वाला तुम्हारी खामोशी को भी समझ लेगा , ना समझने वाला तुम्हारी चीख़ को भी शोर कहेगा ...
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किसी रोज़ मिलने से प्यार हो या न हो लेकिन किसी रोज़ बात करने से उसकी आदत जरूर हो जाती है
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मेरी थी जो खामियां ,तुझसे पूरी हुई …बाक़ी हुवे बेवजह ,तू ज़रूरी हुई …
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सारा जहां है जिसकी शरण में, नमन है उस माँ के चरण में
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शेर अपना इलाका जरूर बदलता है, पर इरादा नहीं..!! ?
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जिन्हें नींद नहीं आती उन्हीं को मालूम है सुबह आने में कितने जमाने लगते है
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मत बनाओ मुझे फुर्सत के लम्हों का खिलोना मैं भी इंसान हूँ दर्द मुझे भी होता है
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बहुत अच्छा लगता है उन रिश्तेदारों के घर जाना, जो जाते ही कहते हैं कि बेटा वाइफ़ाई का पास्वर्ड लो और आराम से अपना घर समझ के बैठो ?
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