रहने दो अपनी जुल्फों को चेहरे पर यूं ही ये चाँद बादलों में ज्यादा हसीन लगता हैं ..
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काश वो भी आकर हम से कह दे , मैं भी तन्हाँ हूँ , तेरे बिन, तेरी तरह , तेरी कसम , तेरे लिए...!!
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"आदमी का अमीर होना जरूरी नहीं है जमीर होना जरूरी है।" ?
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मोहब्बत भी ठंड जैसी है, लग जाये तो बीमार कर देती है
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इश्क़ होना था हो गया, अब किसी दूसरे का हो जाना, मुमकिन नहीं है..!
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दिलो मे रहता हु, धड़कने थमा देता हु - मे इश्क हु - वजूद की धजिया उड़ा देता हु
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पल दो पल की ही क्यों है ज़िन्दगी …इस प्यार को है सदियाँ काफी नहीं ..
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161
ज़ख़्म वही है जो छिपा दिया जाए.., जो बता दिया जाए उसे तमाशा कहते है...|
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पैर में मोच और गिरी हुई सोच, कभी इंसान को आगे बढ़ने नहीं देती
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मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना क्युंकी, मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे |
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"बनना है तो किसी के दर्द की दवा बनो, जख्म तो हर इंसान देता है !!"
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मत किया कर ऐ दिल किसी से इतनी मोहब्बत, जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंगे
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मुझे फुरसत कहा जो मौसम सुहाना देखू महादेव की यादों से निकलू तो जमाना देखू
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आज परछाई से पूछ ही लिया, क्यों चलती हो मेरे साथ, उसने भी हंसके कहा, और है कौन तेरे साथ |❤️
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हिचकियां रूक ही नहीं_रही हैं आज, ☝ पता नहीं हम किसके दिल ❤ में अटक_गए हैं ।।
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कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा होता है, EGO के लिए नही, SELF-RESPECT के लिए...
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कोई नहीं था दिल में उसके सिवा, फिर भी उसने तोड़ कर देखा.
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5
सच्चा प्यार ईश्वर कि तरह होता है, जिसके बारे में बातें तो सभी करते हैं लेकिन महसूस कुछ ही लोगों ने किया होता है
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नफ़रत , इश्क़ , मोहब्बत जो भी हो हक़ से दीजिए , वरना रहने दीजिए !!??
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जय श्री राधा सनेह बिहारी जी ॥
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हर रोता हुआ लम्हा मुस्कुराएगा,? तू सब्र रख अपना वक्त भी आएगा..⌚
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बहुत देखा जीवन में समझदार बन कर पर ख़ुशी हमेशा पागल बनने पर आयी।
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तू छूट कर, क्यों छूटा नहीं ,कुछ तो जुदा है अभी ,मैं टूट कर, क्यों टूटा नहीं
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तुझे मेने धड़कनो में बसाया तो धड़कने भी बोल उठी अब मज़ा आ रहा है धक् धक् करने में
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राज तो हमारा हर जगह पे है, पसंद करने वालों के दिल में और नापसंद करने वालों के दिमाग में |?
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मैं दिसंबर और तू जनवरी रिश्ता काफ़ी नज़दीक का और अंतर साल भर का |
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10
लोग कहते है समझो तो खामोशियाँ भी बोलती है, मै अरसो से खामोश हूँ, वो बरसों से बेखबर है ?
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लफ्ज ढाई अक्षर ही थे.....कभी प्यार बन गए तो कभी जख्म.......
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आसमान बरसे तो छाता ले सकते हैं.. आंख बरसे तो क्या किया जाए..??
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मैंने जब भी जाने की इजाजत माँगी, उन्होंने जुबाँ से हाँ कह के निगाहों से रोक लिया !!
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