अंदाजा लगाना छोड़ दो हमारे बारे में..तुम सिर्फ उतना ही जानते हो, जितना हमने बता रखा है..😎😎
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सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी, हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं।
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माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत, हम भी शिकारी हैं ठोक देंगे..!!😠
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धर्म की सबसे सरल व्याख्या किसी भी आत्मा को हमारी वजह से दुःख ना पहुँचे यही धर्म है.
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43
तुम चाहते तो निभा भी सकते थे, मगर तुमने ऐसा कभी चाहा ही नहीं.
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सब्र रखो अभी मेहनत 💪 जारी है, वक्त ख़ुद कहेगा अब तेरी बारी है! ❤️
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काश ऐसी भी कोई खूबसूरत रात हो, एक चाँद आसमान में और एक मेरे साथ हो।
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वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नहीं होती, जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है |
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फ़ासले तो बढ़ा रहे हो, मगर इतना याद रखना, मोहब्बत💗बार बार इंसान पर मेहरबान नहीं होती👏…!!
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"हैसियत की बात मत कर पगली, तेरी दौलत से बड़ा मेरा दिल है !!"
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12
ज़िंदगी को आसान नहीं बस खुद को मजबूत बनाना पड़ता है
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होने दो जरा उन को भी तनहा.... याद हम भी उन्हें बेहिसाब आएंगे..
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किसे पुछूँ ? है ऐसा क्यों ?…बेजुबान सा ये जहां है ..
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आदत थी मुझे सबसे हसकर बोलने की, मेरा शौंक ही मुझे बदनाम कर गया |😊
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चालाकी कहा मिलती है मुझे भी बताओ दोस्तों, हर कोई ठग लेता है जरा सा मीठा बोल कर.😊
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मोहब्बत तोह आज भी करते है, लेकिन तू बे -खबर है, कल की तरह.
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किताबों की तरह हैं हम भी….अल्फ़ाज़ से भरपूर, मगर ख़ामोश….!!
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देने के बदले लेना तो बिमारी है | और जो देकर भी कुछ ना ले वही तो बांके बिहारी है | राधे राधे
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जुनून सवार था किसीके अंदर ज़िंदा रहने का....हुआ यूं के हम अपने अंदर ही मर गये...
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मै जिंदगी गिरवी रख दुंगा,तु सीर्फ कीमत बता मुस्कुराने 😊 की. 😛
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नुक्स निकालते है वो इस कदर हम मे , जैसे उन्हे खुदा चाहिए था और हम इंसान निकले 😔
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128
आप अच्छे है अच्छे ही रहो, बुरे है हम हमसे दूर रहो!😎😎
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तुमने ना सुनी धडकन हमारी पर हमने महसूस की सांस तुम्हारी
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नैन खुले तो दर्शन हो होठ खुले तो कीर्तन हो | याद रखु सतगुरु तेरे नाम को मन भटके तो सुमिरन हो ||
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19
देर से बनो लेकिन कुछ बनो, क्यों की लोग वक़्त के साथ खैरियत नहीं हैसियत पूछते हैं ..
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79
उस दिन चैन तो तुम्हारा भी उड़ेगा जिस दिन हम तुम्हे लिखना छोड़ देंगे |
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किस किस का नाम लें, अपनी बरबादी मेँ; बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने शादी मेँ !
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एक बार देखा था उसने मेरी तरफ मुस्कुराते हुए, बस! इतनी सी हकीकत है, बाकी सब कहानिया है
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आदत बदल सी गई है वक़्त काटने की , हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की
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ऐसे कार्य करें जिससे की आपको लगे कि आपके काम से अंतर आ रहा है. और अंतर आता भी है
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