वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही, वो यादें क्या जिसमे तुम नही, और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही!!
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365
खिलाफ कितने हैं फर्क नहीं पड़ता, जिनका साथ है लाजवाब है ! ?
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178
बहुत करीब आकर बताया उसने कि तुम्हारा नहीं हूं मैं....
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150
नमो नमो दुर्गे सुख करनी. नमो नमो अम्बे दुःख हरनी.!
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81
छोड़ तो सकता हूँ मगर छोड़ नहीं पाता उसे, वो शख्श मेरी बिगड़ी हुई आदत की तरह है!!?
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42
न जाने क्या मासुमियत है तेरे चेहरे पर, तेरे सामने आने से ज्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है |??
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96
सो जाया करो जल्दी कभी – कभी, ख्वाबो को तुम्हारा इंतज़ार रहता है
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121
मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना, बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने!!
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39
जीत हासिल करनी हो तो क़ाबिलियत बढ़ाओ ! क़िस्मत की रोटी तो कुत्तों को भी मिला करती है !!"
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10
हम अपनी मिसाल खुद हैं, किसी और जैसा बनने कि तमन्ना नहीं रखते..
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49
काल भी तुम और महाकाल भी तुम लोक भी तुम और त्रिलोक भी तुम शिव भी तुम और सत्यम भी तुम |
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36
शुक्रिया तुमने एक हस्ते हुए चेहरे को खामोश कर दिए
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11
कभी मौका मिले तो सोचना ज़रूर कि एक लापरवाह शख़्स तेरी इतनी परवाह क्यूं करता है
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187
जो सच बोलता है , सबसे अधिक नफरत लोग उसी से करते हैं ...
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133
इश्क़ की पतंगे उड़ाना छोड़ दी हमने वरना, हर हसीना की छत पर हमारे ही धागे हुआ करते थे।?
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87
अंदाजा ताकत का लगाया जाता है हौसले का नहीं।
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16
जिंदगी भर के लिये रूठ के जाने वाले, मैं अभी तक तेरी तस्वीर लिये बैठा हूँ.??
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61
दोबारा इश्क़ हुआ तो तुझसे हे होगा खफा हूँ मैं बेवफा नहीं
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42
नहीं है मेरी फितरत में ये आदत, वरना तेरी तरह बदलना मुझे भी आता है.??
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72
जब तक खुद पर ना गुजरे, एहसास और जज़्बात मजाक लगते है...!
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15
"जिंदगी अपने तरीके से जी कर तो देखिए खुशिया खुद ब खुद तुम्हे ढुंडते आएगी…"
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247
मेरी मुस्कान के लिये काफ़ी है याद तेरी
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371
जिंदगी का असली मजा तो तब आता है, जब दुश्मन भी आपसे हाथ मिलाने को बेताब रहे।??
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52
उम्मीद तो उसी दिन छोड़ दी, जब तुम्हें उस अजनबी के करीब देखा था। ?
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53
छड्ड दे फिकरा कल दिया, तूं हस के अज गुज़ार, कल जो होना होके रहना, आपे भली करू करतार वाहेगुरु जी
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9
किस्मत सिर्फ मेहनत करने से बदलती है बैठ कर सोचते रहने से नहीं
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आज़ाद कर दिया हे हमने भी उस पंछी को …,जो हमारी दिल की कैद में रहने को तोहीन समजता था ..।
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547
शिकायत जिन्दगी से नहीं , उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है .
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रिश्ते और पतंग जितनी उँचाई पर होते हैं काटने वालो की संख्या उतनी अधिक होती हैं?
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31
माफी गलतियों की होती है गुनाहों की नहीं! ?
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