ज़रा सी वक़्त ने करवट क्या ली ! गैरों की लाइन में सबसे आगे अपनों को पाया हमने 😊
Copy
72
बहुत याद आते हो तुम , दुआ करो मेरी यादाश्ति चली जाये
Copy
77
शिकायत तो खुद से है तुम से तो आज भी इश्क़ है
Copy
63
चाहने वाले लाखों मिलेंगे तुम्हें, मगर परवाह करने वाला हर कोई नहीं होता |💯❤️
Copy
148
इन्सान सब कुछ कॉपी 📘 कर सकता हैं, लेकिन किस्मत और नसीब नही...💯
Copy
68
वो न ही मिलती तो अच्छा था, बेकार में मोहब्बत से नफरत हो गई..! ❤️
Copy
32
आज परछाई🗣️👥से पूछ ही लिया, क्यों चलती हो मेरे साथ🚶…उसने भी हँस के😁कहा, दूसरा कौन है तेरे साथ…!!
Copy
179
बस जाते हैं दिल में इजाज़त लिए बगैर, वो जिन्हें हम ज़िन्दगी भर पा नहीं सकते |
Copy
48
सपने को पाने के लिए समझदार नहीं पागल बनना पड़ता है
Copy
31
वो भी बात करते है कदर की , जो खुद किसी की कदर नहीं करते...
Copy
29
कभी मौका मिला तो हम किस्मत से जरूर शिकायत करेंगे क्यो छोड़ जाते है, वो लोग जिन्हें हम टूट कर चाहते है | 😢😢
Copy
44
समझने वाला तुम्हारी खामोशी को भी समझ लेगा , ना समझने वाला तुम्हारी चीख़ को भी शोर कहेगा ...
Copy
50
भुलना भुलाना तो दिमाग का काम है, बेफिक्र रहिए जनाब आप दिल में रहते है..!! 💕
Copy
106
रहा नहीं जाता आपके दीदार के बिना ज़िन्दगी अधूरी है मेरी आपके प्यार क बिना
Copy
41
जो हमे समझ ही नहीं सका, उसे हक है हमें बुरा समझने का।😊
Copy
84
दास्तां सुनाऊं और मज़ाक़ बन जाऊँ बेहतर है मुस्कुराऊं और ख़ामोश रह जाऊँ
Copy
319
सच्ची सी हैं ये तारीफें ….दिल से जो मैंने करीं हैं….
Copy
472
दिलो मे रहता हु, धड़कने थमा देता हु - मे इश्क हु - वजूद की धजिया उड़ा देता हु
Copy
30
हमारा उसका अब रिश्ता न पूछो तालुक तो है मगर टुटा हुआ है
Copy
145
भुला दूंगा तुझे ज़रा सब्र तो कर , तेरी तरह मतलबी बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा ही।
Copy
1K
कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️
Copy
117
जब तक पैसा है वो पूछेगी,🙄 मेरा बाबू कैसा है😁
Copy
87
इतना भी मत घुमा ऐ जिन्दगी मै शहर का शायर हु कोई MRF का टायर नही
Copy
137
अगर साथ होते वो तो जरूरत होती, अपने अकेले के लिए में कायनात क्या मांगू…
Copy
1
कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं, लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं |😎
Copy
175
बर्दास्त करू तो डरपोक, और सामना करू तो बतमीज..!
Copy
31
रात भर जलता रहा ये दिल उसकी याद में समझ नहीं आता दर्द प्यार करने से होता है या याद करने से |
Copy
7
उस हंसती हुई तस्वीर को क्या मालूम की कोई उसे देख कितने रोता है
Copy
70
फिक्र करना ही क्यूँ फिक्र से होता है क्या | भरोसा रखो "श्याम" पर फिर देखो होता है क्या ||
Copy
24
वो वक़्त कुछ और था, वो इश्क़ का दौर था, ये वक़्त कुछ और है, ये ख्वाहिशों का दौर है.!
Copy
21