शर्त लगी थी ख़ुशी को एक अलफ़ाज़ में लिखने की, लोग किताबें ढूंढ़ते रह गए हम ने दोस्त लिख दिए |
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ईमानदारी, एक मंहगा ? शोख है।जिसको पूरा करना, सबके हैसियत की बात नहीं। ?
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19
मोहबत के सफ़र में नींद ऐसी खो गई, हम न सोए रात थक कर सो गई..!
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मिल ही जाएगा कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,अब शहर का शहर तो बेवफा हो नहीं सकता| ?
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अगर दुबारा भी इश्क हुआ तो तुझी से होगा,खफा हूँ,बेवफा नहीं।??
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70
कोई तेरे साथ नहीं तो भी गम ? ना कर, खुद से बढ़कर दुनियां में, कोई हमसफर नहीं होता! ?
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95
जो आपके साथ बुरे है, उनके साथ ना अच्छे रहो, ना बुरे, सिर्फ उनसे दूर रहो..
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एक तरफा ही सही प्यार तो प्यार है, उसे हो ना हो लेकिन मुझे बेशुमार है.
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70
हारना मंज़ूर है मुझे पर, खेल तो में बड़ा ही खेलूंगा,?
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समेट कर सारे जज़्बात रख दिये सिरहाने थोड़े सुकून के हक़दार हम भी हैं...
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एक बार देखा था उसने मेरी तरफ मुस्कुराते हुए, बस! इतनी सी हकीकत है, बाकी सब कहानिया है
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193
प्यार की बातें हम से ना किया करो जनाब, हम मासुम लोग हैं, खामखां बहक जाएंगे।।❤️
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जिस्म तो फिर भी थक हार के सो जाता है....काश दिल का भी कोई बिस्तर होता.....
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हमारे पास तो बस तेरी यादें है, ज़िन्दगी तो उसे मुबारक हो जिसके पास तू है !!
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41
किसे पुछूँ ? है ऐसा क्यों ?…बेजुबान सा ये जहां है ..
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414
"तुम" याद आओगे यकीन था मुझे, इतना आओगे अंदाजा नहीं था...!
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22
मंजिल मेरे कदमों से अभी दूर बहुत है... मगर तसल्ली ये है कि कदम मेरे साथ हैं
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410
बाज कभी कबूतरों के साथ उड़ान नहीं भरता..!
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क्यों गरीब समझते हैं हमें ये जहां वाले, हजारों दर्द की दौलत से मालामाल हैं हम…...!
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कौन कहता है के दोस्ती बर्बाद करती है निभाने वाला मिल जाये तोह दुनिया याद करती है
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तेरी नाराज़गी वाजिब है दोस्त.. मैं भी खुद से खुश नहीं हूं आजकल...
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उस किताब ? सा हूं मैं, जिसे तुमने कई बार पढ़ा ? लेकिन कभी समझा नहीं।
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वाकिये तो अनगिनत है जिंदगी के, समझ नहीं आता कि किताब लिखू या हिसाब लिखूँ !?
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आप सामने हो और हम हद में रहे, मोहब्बत में कोई इतना भी शरीफ नहीं होता.!
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गजब है मेरे दिल में तेरा वजूद . मै खुद से दूर तू मुझमें मौजूद...
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तकदीर ऐसे ही नहीं बदलती, पहले अपनी सोच को बदलना पड़ता है .
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शीशे की तरह साफ़ हूँ फिर भी न जाने क्यू अपनों की समझ से बाहर हूँ..?
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रोज़ तोह वोह मरते है जोह, खुद से जयादा किसी और की फ़िक्र करते है .❤️?
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कुछ लोगो की सेल्फी देखकर लगता हैं कि उनके फोन में फ्रंट कैमरे की जगह पिस्तौल होनी चाहिए थी
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अक्सर बीत जाती है मेरी राते, ये सोचते सोचते की क्यों मोहब्बत की मैंने उनसे |
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