"चुप हूँ तो खुद को शहनशाह मत समझ बोलने पर आया तो तुझे तेरी औकात दिखा दूंगा..!
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24
एक अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा जहाँ लोग मिलते कम, झाँकते ज्यादा है..!
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65
मेरी चाहत का इस तरह मजाक मत बनाओ, कि तुम्हारी आंखें ?️ ही तरस जाए, मुझे दोबारा देखने के लिए।
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लोग सूरत पे मरते है जनाब मुझे तो आपकी आवाज़ से भी इश्क़ है.
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373
बातों को तेरी हम भुला ना सके …होके जुदा हम ना जुदा हो सके …
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500
दिल तक पहुँचने का रास्ता, वफ़ा के समंदर से होकर गुजरता है। हर लहर पे नाव बदलने वाले, मंजिल तक नही पहुँचा करते…
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9
अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है, सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है। ?
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लोग कहते है खुश रहो...काश रहने भी देते ?
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58
सोचा था कि बताएंगे सब दर्द तुमको, पर तुमने तो इतना भी न पूछा कि ख़ामोश क्यों हो |?
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खफा ? रहने का शौक भी पूरा कर लो तुम, लगता है तुम्हे हम ज़िंदा अच्छे नहीं लगते ?
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29
ना आवाज हुई, ना तामाशा हुआ, बड़ी खामोशी से टूट गया, एक भरोसा जो तुझ पर था…
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खुदा के घर से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए, कुछ पकड़े गए, कुछ मेरे यार हो गए!!?
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जो लोग मेरे दिल मे रहते है कराया दे दो प्लीज
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काश तू सिर्फ मेरे होता या फिर मिला ही ना होता
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अक्सर खूबसूरत चेहरे,...दगा बड़े सलीके से देते है....
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बदल गए हैं हम क्युकी .. बात अब औकात पर आ गई है ..
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हालात चाहे जैसी भी हो, हमे सदैव मुस्कुराते रहना चाहिए !?
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बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते है लोग.. क्युकी हम रानियो के सामने झुका नहीं करते ❤️?
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हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं, दिल हमेशा उदास रहता है.
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मेरी मुस्कान के लिये काफ़ी है याद तेरी
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तेरी-मेरी राहें तो कभी एक थी ही नहीं, फिर शिकवा कैसा और शिकायत कैसी
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दोबारा इश्क़ हुआ तो तुझसे हे होगा खफा हूँ मैं बेवफा नहीं
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कुछ तो मजबूरियां रही होगी उनकी भी, यूं चाहकर तो कोई बेवफा नहीं होता .
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कौन कहता है के दोस्ती बर्बाद करती है निभाने वाला मिल जाये तोह दुनिया याद करती है
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गुलामी तो तेरे इश्क की हे वरना, ये दिल कल भी नवाब था और आज भी हे!!??
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आज भी लड़खड़ा जाती है आवाज़..जब कोई पूछता है तुम्हारे बारे में.. ?
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अजीब सी आदत है अपनी, नफरत हो या मोहब्बत बड़ी शिद्दत से करते हैं ।??
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किसी के गुलाम होने की आदत नही हमारी, हम तो खुद अपनी रियासत बनाते हैं।
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अपनी ज़िन्दगी का एक अलग उसूल है, दोस्त की खातिर मुझे कांटे भी कुबूल है,
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