अरे कर्मों से डरिए ईश्वर से नहीं , ईश्वर माफ कर देता है कर्म नहीं
Copy
319
शराफत की दुनिया का किस्सा खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम |
Copy
160
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर तुम साथ रहना , चाहे दूर रहो पर हमेशा दिल के पास रहना
Copy
1K
कटता है तो कट जाये सारा जीवन संघर्ष में, कदम कदम पर समझौता हमारे बस की बात नहीं ।। 💯
Copy
24
उस किताब 📓 सा हूं मैं, जिसे तुमने कई बार पढ़ा 📖 लेकिन कभी समझा नहीं।
Copy
47
निभा दिया उसने भी दस्तूर दुनिया का तो गिला कैसा पहचानता कौन है यहां मतलब निकल जाने के बाद...
Copy
10
तन्हा रहना तो सीख लिया , पर खुश ना कभी रह पायेगे , तेरी दूरी तो सह लेता दिल मेरा, पर तेरे प्यार के बिन ना जी पायेंगे।
Copy
115
गम ने हंसने ना दिया, जमाने ने रोने ना दिया, नींद आई तो तेरी याद ने, सोने न दिया।💖
Copy
59
कोई तेरे साथ नहीं तो भी गम 😔 ना कर, खुद से बढ़कर दुनियां में, कोई हमसफर नहीं होता! 💯
Copy
95
उनका बादा भी अजीब था - बोले जिन्दगी भर साथ निभाएंगे ,पर पागल हम थे - ये पूछना भूल ही गए के मोहबत के साथ या यादो के साथ !
Copy
363
होता है तो होने दो मेरे कत्ल 🗡️ का सौदा, मुझे भी तो पता चले बज़ार में हमारी क़ीमत 💸 क्या है।
Copy
11
ऐसे कार्य करें जिससे की आपको लगे कि आपके काम से अंतर आ रहा है. और अंतर आता भी है
Copy
61
दर्द सिर का हो या दिल का, दोनों बहुत बुरे होते है.
Copy
27
उस दिन चैन तो तुम्हारा भी उड़ेगा जिस दिन हम तुम्हे लिखना छोड़ देंगे |
Copy
205
हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
Copy
12
खामोशियाँ बोल देती है जिनकी बातें नहीं होती, इश्क वो भी करते है ❤️ जिनकी मुलाकातें नहीं होती.🥰
Copy
100
दिल ए नादान तू भी अजीब पागल है, तुझे सिर्फ वो चाहिए, जो तेरा हो नही सकता..|❤️❤️
Copy
19
जो होकर भी ना हो.. उसका होना कैसा... नाम के रिश्तों से शिकवा कैसा..रोना कैसा....
Copy
122
मोहब्बत कभी खत्म नही होती या तो बढ़ती है दर्द बनकर या फिर सुकून बनकर..।।
Copy
720
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर, मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आयेगा !!
Copy
1K
अपनी ज़िन्दगी का एक अलग उसूल है, दोस्त की खातिर मुझे कांटे भी कुबूल है,
Copy
453
“तुम मेरी ज़िंदगी की वो ख़ुसी हो जिसे मैने अपनी हर दुआ मे मागा है”
Copy
40
फिर आ जाओ ज़िन्दगी में मैं फिर से जीना चाहती हूँ
Copy
19
"अगर अपनी औकात देखनी है तो अपने बाप के पैसे का इस्तेमाल करना छोड़ दो."
Copy
2K
फितरत हैं महोबत करने वालो की नहीं मिले तो सब्र नहीं करते, मिल जाए तो कदर नहीं करते |
Copy
36
हम तो बस जरूरत थे, जरूरी तो कोई और था | 🥺
Copy
86
कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम
Copy
34
आँसू आ जाते हैं आँखों में पर लबों पर हंसी लानी पड़ती है ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है
Copy
215
मैं मर भी जाऊँ तोह उसे खबर न देना कही वक़्त न बर्बाद हो जाये उसका
Copy
61
बस यूं ही थम के रहे गया कारवां दिल का, हम कहे नहीं पाए उन ने सुनना नहीं चाहा!
Copy
46