खफा रहने का शौक भी पूरा कर लो तुम, लगता है तुम्हे हम ज़िंदा अच्छे नहीं लगते। ?
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तू मिले या न मिले ये तो मुक़द्दर की बात है मगर सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोच कर
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हर रोज़, हर वक़्त तुम्हारा ही ख्याल ना जाने किस कर्ज़ की किश्त हो तुम
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नहीं है मेरी फितरत में ये आदत, वरना तेरी तरह बदलना मुझे भी आता है.??
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दिलो में खोट है.. जुबान से प्यार करते हैं..बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते हैं.?
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उसे ये कोन बतलाये, उसे ये कोन समझाए कि खामोश रहने से ताल्लुक टूट जाते है
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"सुनो" ज़रा सा हक़ जाताना भी सिख लो,इश्क़ है तो बताना भी सिख लो..
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दुनिया आज भी मेरी दीवानी है और एक हम है कि उनके इंतज़ार में तन्हा बैठे रहते है।
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हौसले का सबूत देना था, इसलिए ठोकर खाकर भी मुस्कुरा पडे.!?
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सजा तो बहुत दी है ज़िंदगी ने पर कसूर क्या था वो नहीं बताया..?
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जरूरी नही कि हम सबको पसंद आए, बस, जिंदगी एेसे जिओ कि रब को पसंद आए...???
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जबरदस्ती की नजदीकियों से सुकून की दूरियां ही अच्छी हैं.!
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इश्क न हुआ कोहरा हो जैसे....तुम्हारे सिवा कुछ दिखता ही नहीं....
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खुशनसीब वो नहीं. जिसका नसीब अच्छा है . खुशनसीब वो है जो अपने नसीब से खुश है
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समझदार बनिए. गुस्से में लिया गया कोई भी निर्णय सही नहीं होता | ?
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काल भी तुम और महाकाल भी तुम लोक भी तुम और त्रिलोक भी तुम शिव भी तुम और सत्यम भी तुम |
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किसी की आदत बनो, मोहब्बत अपने आप बन जाओगे .
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खूबसूरत लड़कियां ज्यादा पढ़ती नहीं है,वो जानती है दुनिया के किसी कोने में कोई गधा उनके लिए डॉक्टर या इंजीनियर बन रहा होगा
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"न कर मोहब्बत ये तेरे बस की बात नहीं, वो दिल मोहब्बत करते हैं जो तेरे पास नहीं!"
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तूने तो कहा था हर शाम गुजरेगी तेरे साथ ! तू बदल गया या तेरे शहर में शाम नहीं होती। ❤️
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जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते, ये ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते |❤️?
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हजारो बार ली हैं तलाशियाँ तुमने मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है तुम्हारे सिवा !
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हमने अपने नसिब से ज्यादा अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है, क्यु की नसिब तो बहुत बार बदला है, लैकिन मेरे दोस्त अभी भी वहि है.......!
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मेरी आत्मकथा.... सिर्फ तुम्हारी कहानी है....
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कितना प्यार करते है तुमसे ये कहा नहीं जाता, बस इतना जानते है बिना तुम्हारे रहा नहीं जाता
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किताबों की तरह हैं हम भी….अल्फ़ाज़ से भरपूर, मगर ख़ामोश….!!
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किस किस का नाम लें, अपनी बरबादी मेँ; बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने शादी मेँ !
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कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,लगता है फिर प्यार हो रहा है…
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बड़े बेताब थे वो मोहब्बत करने को हमसे, जब मैंने भी कर ली तो उन्होने शौंक बदल दिया.
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अजीब खेल है ये मोहब्बत का किसी को हम न मिले कोई हमें ना मिला |
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