तुम जलते रहोगे आग ? की तरह, और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह| ?
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135
वक़्त आने दो उस पर भी राज करेंगे जिसे लोग दुनियां कहते हैं ??
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277
परख ना सकोगे ऐसी शख्सियत है मेरी, मैं उन्हीं के लिए हूं जो जाने कदर मेरी..?
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102
एक दूसरे के जैसा होना ज़रूरी नहीं एक दुसरे के लिए होना ज़रूरी है
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37
जब शिकार का वक़्त होगा, तब हम जंगल जरुर आयेगें! ?
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22
हमने कहा दीवानगी क्या होती है, उसने कहा दिल तुम्हारा हुकूमत हमारी.
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22
“तुम मेरी ज़िंदगी की वो ख़ुसी हो जिसे मैने अपनी हर दुआ मे मागा है”
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40
किसे पुछूँ ? है ऐसा क्यों ?…बेजुबान सा ये जहां है ..
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414
जब तुम मेरी फिकर करते हो न तब जिन्दगी जनत सी महेसुस होती है
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हीरा बनाया है ईश्वर ने हर किसी को, पर चमकता तो वही है जो तराशने की हद से गुजरता है . सतनाम श्री वाहेगुरु |
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12
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती, जो लोग दिल में होते है, वो किस्मत में नहीं होते।??
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136
नींद भी नीलाम हो जाती है, बाज़ार-ए-इश्क में, किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता। ❤️
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35
जंग भीड़ से नहीं, जिगर से जीती जाती है.?
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104
“प्यार का रिश्ता कितना अजीब होता है, मिल जाये तो बातें लम्बी और बिछड़ जाए तो यादें लम्बी।”
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18
जी लो हर लम्हा बीत जाने से पहले लौट कर सिर्फ यादें आती हैं वक़त नहीं
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350
एक सुकुन सा मिलता है ? तुझे सोचने से भी, फिर कैसे कह दूँ, मेरा इश्क बेवज़ह सा है | ❤️
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52
तेरे दिल के बाजार में मै रोज़ बिकती हुं , कुछ लफ्ज़ तेरी यादों के हर रोज़ लिखती हुं
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27
अंदर ही अंदर ख़त्म हो रहे है..गम नहीं तो, हम ही सही..|??
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32
माफ़ी चाहता हू, तेरा गुनहगार हू ए दिल, तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं.?
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54
नींद चुराने वाले पुछते है सोते क्यों नहीं, इतनी ही फ़िक्र है तो, फिर हमारे होते क्यों नहीं !?
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क़ोई ज़ुदा हो तो ऐसे ना हो, कि लौटने का भ्रम रह जाये
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36
सुना है दर्द अक्सर बेवफा लोग देते हैं, लेकिन हमारी दुनिया उजाड़ी है एक मासूम चेहरे ने...?
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17
हमने इज़हार किया काफ़ी इंतजार के बाद, हमें इंतजार ही मिला, इज़हार के बाद |?
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17
मेरी मोहबत की मजार तो आज भी वहीं है, बस तेरे ही सजदे की जगह बदल गई..!!
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14
दुनिया खामोशी भी सुनती है, लेकिन पहले दहशत मचानी पड़ती है |?
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जिंदगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार होता है, लोग हारते भी है तो अपनी ही रानी से
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उसे क्या फर्क पड़ता है बिछड़ने क्या, सच्ची मोहबत तो मेरी थी उसकी तो नही थी
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195
कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते, पर अमीर जरूर बना देते हैं.
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223
उसने पूछा क्या पसंद है, तुम्हें ? में बहुत देर तक उसे देखता रहा..
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मिजाज़ में थोड़ी सख़्ती भी होनी चाहिये साहब, लोग पी जाते अगर समन्दर खारा न होता !!"
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