शक नहीं पूरा यकीन है..कोई किसी का नही होता..
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कदर कर लिया करो, वक्त बदला गया, तो फिर Appointment लेते फिरोगे!??
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सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती! न करेंगे किसी से वादा! पर क्या करे दोस्त मिला इतना प्यारा की करना पड़ा दोस्ती का वादा
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421
दुनिया खामोशी भी सुनती है, लेकिन पहले दहशत मचानी पड़ती है |?
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इश्क़ में इतनी बेपरवाहियाँ भी ठीक नही हैं , बात हम नही करते ...तो तकल्लुफ तुम भी नही करते...!!
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दस्तक़ और आवाज़ तो कानों के लिए है.. जो रूह को सुनाई दे उसे खामोशी कहते हैं..
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कितना प्यार करते है तुमसे ये कहा नहीं जाता, बस इतना जानते है बिना तुम्हारे रहा नहीं जाता
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अपनी औकात भूल जाए इतने अमीर भी नहीं है, हम और आप हमें हमारी औकात बता दो इतने फ़क़ीर भी नही है हम।
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उस हंसती हुई तस्वीर को क्या मालूम की कोई उसे देख कितने रोता है
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यदि आप सच कहते हैं, तो आपको कुछ याद रखने की जरूरत नहीं रहती
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कभी आओ इस क़दर की आने में लम्हा और जाने में ज़िन्दगी गुज़र जाये
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बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको, पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको, न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की, तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको
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"सुनो" ज़रा सा हक़ जाताना भी सिख लो,इश्क़ है तो बताना भी सिख लो..
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मुझे पसंद है शांत रहना इसे मेरी कमजोरी मत समझना |?
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मुझे समझना इतना आसान नहीं.. गहरा समुंदर हूं खुला आसमान नहीं...?
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प्यार वही हैं ... जो दूर रहकर भी महसूस होता हैं
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इन आंखों की गुस्ताखी तो देखिए , तुम से आंखें मिलाने के बाद कुछ और देखने को राजी ही नहीं .
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बहुत देखा जीवन में समझदार बन कर पर ख़ुशी हमेशा पागल बनने पर आयी।
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हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं, हमसे ज़माना है ज़माने से हम नहीं.?
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मेरी मोहबत की मजार तो आज भी वहीं है, बस तेरे ही सजदे की जगह बदल गई..!!
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कोई शिकायत अपने दिल में कभी नहीं रखना, यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है
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"गिरना अच्छा है औकात पता चलती है, यामने वाले कितने हाथ है, ये बात पता चलती है!"
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जब तकलीफ़ हो जीने में तब शिव को बसा लो सीने में "हर हर महादेव"
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मैं जो जी रहा हूँ …वज़ह तुम हो.. वज़ह तुम हो..
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मेरी थी जो खामियां ,तुझसे पूरी हुई …बाक़ी हुवे बेवजह ,तू ज़रूरी हुई …
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क्या खबर थी की मुहब्बत हो जायेगी। हमें तो सिर्फ उनका मुस्कुराना अच्छा लगा था |
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न जाने क्या मासुमियत है तेरे चेहरे पर, तेरे सामने आने से ज्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है |??
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इश्क़ करो. वफ़ा करो.. और ज्यादा सर पे चढ़े तो लात मारके दफा करो..?
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लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी. पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया..?
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तुम एक कदम मेरी तरफ बढ़ा के तो देखो, ज़िन्दगी भर साथ ना चलु तो कहना।
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