मौत से पहले भी एक मौत होती है, देखो जरा अपनी मोहब्बत से जुदा होकर.
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उसे क्या फर्क पड़ता है बिछड़ने क्या, सच्ची मोहबत तो मेरी थी उसकी तो नही थी
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ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि, धीयो यो न: प्रचोदयात् ।।
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किसी के पैरो मे गिरकर कामयाबी पाने से बेहतर है अपने पैरो पर चलकर कुछ बनने की ठान लो |
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कभी अकेले रह कर देखना, लफ़्जों से ज्यादा आँसू निकलते हैं.
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खामोशियाँ बोल देती हैं जिनकी बाते नहीं होती , इश्क़ वो भी करते हैं जिनकी मुलाक़ाते नहीं होती
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परख ना सकोगे ऐसी शख्सियत है मेरी, मैं उन्हीं के लिए हूं जो जाने कदर मेरी..?
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काम तो कुछ करती नहीं थक जाती हूँ बस तुम्हेे सोचते सोचते...।।
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इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगी, हमें कौनसी सदियाँ गुजारनी है यहाँ.
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फर्क नहीं पड़ता अब जो कोई दिल दुखये, बता दो उन्हें घाव पर घाव दर्द नहीं करते.
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सहारे ढूंढने की जरूरत नहीं हमारी, हम अकेले ही पूरी महफ़िल के बराबर है |?
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आज भी लड़खड़ा जाती है आवाज़..जब कोई पूछता है तुम्हारे बारे में.. ?
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नफ़रत करना तो हमने कभी सीखा ही नहीं, मैंने तो दर्द को भी चाहा है, अपना समझ कर |?
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हौसले ? का सबूत देना था, इसलिए ठोकर खाकर भी मुस्कुरा ? पड़े.
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115
तकलीफ़ खुद ही कम हो गई, जब अपनों से उम्मीदें कम हो गई…??
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उँगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो, खर्च करने से पहले कमाया करो, ज़िन्दगी क्या है खुद ही समझ जाओगे, बारिशों में पतंगें उड़ाया करो | ❤️?
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धर्म की सबसे सरल व्याख्या किसी भी आत्मा को हमारी वजह से दुःख ना पहुँचे यही धर्म है.
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सच्ची सी हैं ये तारीफें ….दिल से जो मैंने करीं हैं….
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नाम तेरा ऐसे लिख चुके है अपने वजूद पर, कि तेरे नाम का भी कोई मिल जाए….तो भी दिल धड़क जाता है.”
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तेरी नाराज़गी वाजिब है दोस्त.. मैं भी खुद से खुश नहीं हूं आजकल...
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35
आवाज़ नहीं होती दिल टूटने की. लेकिन तकलीफ बहुत होती हैं.
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जो चीज़ वक़्त पर ना मिले, वह बाद में मीले या ना मिले, कोई फर्क नहीं पड़ता।
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शोर सी है जिंदगी मेरी, सुकून सा है इश्क तेरा!!
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दिल ए नादान तू भी अजीब पागल है, तुझे सिर्फ वो चाहिए, जो तेरा हो नही सकता..|❤️❤️
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मैं रहूँ या ना रहूँ …तुम मुझ में कहीं बाकी रहना…
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सफल वही होता है, जो रास्ते में आने वाली परेशानियों से ज्यादा, मंजिल के बारे में सोचता है…
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कद्र हमारी भी करेंगे एक दिन ज़माने वाले, देख लेना बस, जरा ये भलाई की बुरी आदत छूट जाने दो…..!!??
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बदल गए हैं हम क्युकी .. बात अब औकात पर आ गई है ..
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ख़त्म हो गए उन लोगों से रिश्ते भी, जिनसे मिलकर लगता था, ज़िन्दगी भर साथ देंगे ??
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मेरी थी जो खामियां ,तुझसे पूरी हुई …बाक़ी हुवे बेवजह ,तू ज़रूरी हुई …
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