धन भी रखते है गन ? भी रखते है, और_सुन बेटा, थोड़ा हटके रईयो वरना, ठोकने का ज़िगर ? भी रखते है।
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17
बड़ा अजीब ये दुनिया का मेला है, इतनी भीड़ में भी हमारा दिल ❤️अकेला है।
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66
वक़्त गूंगा नहीं, बस मौन हैं, वक़्त आने पर बता देता हैं की किसका कौन हैं...
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40
सफाईया देनी छोड़ दी मैंने सीधी सी बात है, बहुत बुरे है हम..??
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117
हम तो मोहबत के नाम से भी अनजान थे, एक शख्स की चाहत ने पागल बना दिया ❤️?
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162
कमाल करता है ऐ दिल तू भी उसे फुर्सत नहीं और तुझे चैन नहीं
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क़ोई ज़ुदा हो तो ऐसे ना हो, कि लौटने का भ्रम रह जाये
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औकात नहीं है दुश्मनो की आँख से आँख मिलाने की, और बात करते हैं साले घर से उठाने की..!!
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वक़्त मिले तो बात कर लिया करो, मौत का सीजन चल रहा है, पता नहीं कल क्या होगा। ❤️?
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उस दिन चैन तो तुम्हारा भी उड़ेगा जिस दिन हम तुम्हे लिखना छोड़ देंगे |
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205
मै ज़िंदगी गिरवी रख दुंगा, तु सीर्फ कीमत बता मुस्कुराने की.
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साथ साथ धूमते है, हम दोनो रात भर..! लोग मुझे आवारा, और उसे चाँद कहते है..!
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27
किस्मत से लड़ने में मजा आ रहा है दोस्तों ! ये मुझे जीतने नहीं दे रही, और हार मैं मान नहीं रहा
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639
उसके मुस्कुराने के बाद पता चला, शिकायतें भी बड़ी हसीन होती हैं!
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20
उनकी नफरत बता रही है, हमारी मोहब्बत गज़ब की थी ?
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शरम उन्हें आती है, जो शरम से शरमाते है, हम तो बेशरम है, साला शरम खुद हमसे शरमाती है..
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कुछ वक़्त खामोश होकर भी देख लिया हमने, फिर मालूम हुआ कि लोग सच में भूल जाते है
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कभी किसी की इतनी परवाह मत करो.. की वो,बेपरवाह हो जाए..
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93
क्या गिला करें उन बातों से क्या शिक़वा करें उन रातों से कहें भला किसकी खता इसे हम कोई खेल गया फिर से जज़बातों से
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यहाँ तो खुद से ही मिले जमाना हो गया ... और लोग कहते है कि हमें भूल गये हो तुम ...
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बिकने वाले और भी हैं जाओ जाकर खरीद लो, हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते हैं।
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51
मुझको क्या डराओगे मौत से मैं तो पैदा ही क़ातिलों की गली में हुआ हूँ। ?
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15
गुनाह छोटा हो या फिर बड़ा हिसाब सबका होता है..!
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18
"दुसरो को समझने से पहले खुद को समझना सिखों..!
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43
तुम बदलकर तो देखो, हम पलटकर भी न देख़ेगे।।?
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221
टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया, वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी |?
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कहेते है इश्क ऐक गुनाह है जिसकी शरुआत दो बेगुनाहो से होती है.
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24
?? उस शाम तुमने मुड़कर मुझे देखा जब, यूँ लगा जैसे हर दुआ कुबूल हो गयी ??
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सुबह का आरंभ हरि के चरणों में नमन के साथ करें जय श्री कृष्णा
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22
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी
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