मालूम है मुझे की ये मुमकिन नहीं मगर ? एक आस सी रहती है कि तुम याद करोगे मुझें ?
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जिस चीज़ का तुम्हे खौफ है, उस चीज़ का हमे शोक है |?
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ऐ मोहब्बत तुझे पाने की कोई राह नहीं, शायद तू सिर्फ उसे ही मिलती है जिसे तेरी परवाह नही
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मेरा और उसका क़िस्सा कुछ ऐसा है मेरी छोटी सी दुनिया का वो खूबसूरत हिस्सा है |
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अब अगर रूठे तो रूठे रहना मैं मनाने वाला हुनर भूल चुकी हूं
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22
दर्द सिर का हो या दिल का, दोनों बहुत बुरे होते है.
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27
प्यार वही हैं ... जो दूर रहकर भी महसूस होता हैं
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यूँ ही भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के, न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है
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53
एक खता रोज कर रहे हम, जो मिलेगा नहीं उसी पर मर रहे है हम.
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यकीन रखिए, रब दूसरा दरवाजा खोले बगैर पहला दरवाजा बंद नहीं करता |
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? दिल के रिश्ते का कोई नाम नहीं होता, माना कि इसका कुछ अंजाम नहीं होता, अगर निभाने की चाहत हो दोनों तरफ, तो कसम से कोई रिश्ता नाकाम नहीं होता. ?
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लाश पता नहीं किस बदकिस्मत की थी, मगर क़ातिल के पैरो के निशान बड़े हसीन थे !!??
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5
नाम रुतबा शोहरत अपने दम पर कमाओ दूसरों के दम पर तो सिर्फ जनाज़े उठा करते हैं ?
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देश के युवा जाग चुके हैं अब ये उठेंगे ब्रश करेंगे और Whatsapp चलाएंगे
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एक आखिरी मुलाक़ात की ख्वाहिश थी पर अलविदा भी वो फ़ोन पर ही कह गए....?
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हम घोड़े के ट्रिगर पे नही, बल्की खुद के जिगर पे जीते है..!?
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जिस दिन वक़्त मेरा होगा तू सोच भी नहीं सकता तेरा क्या होगा |?
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“डर से मत डरो, डर को डराओ, जो भूल गया है उसे उसकी औकात याद दिलाओ।”?
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कितनी जल्दी फैसला कर लिया जाने का, एक मौका भी नहीं दिया मनाने का
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गलती भूल जाओ मगर सबक हमेशा याद रखना..!
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छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है ?
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कुछ दोस्त पकोड़े जैसे होते हैं थोड़ा सा ध्यान ना दो तो जल जाते हैं
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“मशहूर होने का शोक नहीं है, लेकिन क्या करे लोग नाम से ही पहचान लेते है।” ??
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12
आँखों में देखी जाती हैं.. प्यार की गहराईयाँ...शब्दों में तो छुप जाती हैं.. बहुत सी तन्हाईयाँ....
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13
मुझको छोड़ने की वजह तो बता देते, मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हज़ार थे !! ?
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मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी , जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंगे. ..!
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मेरी थी जो खामियां ,तुझसे पूरी हुई …बाक़ी हुवे बेवजह ,तू ज़रूरी हुई …
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जिन्हें पता होता हैं। की अकेलापन क्या होता हैं । ऐसे लोग दुसरो के लिए । हमेशा हाज़िर रहते हैं ।
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मिलना है जो गैरों से तो साफ ही कह दो, यूं रूठ के जाने का बहाना अच्छा नहीं लगता
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घुटन सी होने लगी थी, इश्क जताते जताते, हम खुद से रूठ गए थे, किसी को मनाते मनाते |?
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