क्यों उसको याद करके तू आज भी रोता है, ये मतलबी दुनिया है मेरे दोस्त यहां कोई किसी का नहीं होता है।
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साथ तो जिंदगी भी छोड़ देती है, शिकायत लोगों से क्या करना..
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जिगर वालों को डर से कोई वास्ता नहीं होता, हम वहाँ भी कदम रखते हैं, जहाँ कोई रास्ता नहीं होता..!?
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55
अजीब तरह से गुजर गयी मेरी जिंदगी, सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ।
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220
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता| नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||
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73
सपनों को पाने के लिए समझदार नही पागल बनना पड़ता है |?
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116
वो भी जिन्दा है,मैं भी जिन्दा हूँ… क़त्ल सिर्फ इश्क़ का हुआ है
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198
सोचा ही नहीं था..जिन्दगी में ऐसे भी फ़साने होगें, रोना भी जरूरी होगा..और आँसू भी छुपाने होगें.!
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थक कर मुस्कुरा देता हूं, जब रोया नहीं जाता हमसे!❤️?
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52
रात भर जलता रहा ये दिल उसकी याद में समझ नहीं आता दर्द प्यार करने से होता है या याद करने से |
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7
प्रेम से रहो दोस्तों जरा सी बात पे रूठा नहीं करते...पत्ते वहीं सुन्दर दिखते हैं जो शाख से टूटा नही करते...!!
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कभी फुर्सत मिले तो सोचना, क्यूँ एक लापरवाह लड़का तुम्हारी इतनी परवाह करता था.
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जाते वक्त बहोत गुरूर से कहा था उसने.... "तुम जैसे हजार मिलेंगे" मैंने मुस्कुरा कर कहा.... " मुझ जैसे की ही तलाश क्यों
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ए खुदा अगर तेरे पेन की श्याही खत्म है..तो मेरा लहू लेले....यू कहानिया अधूरी न लिखा कर।
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हम समंदर है हमें खामोश ही रहने दो जरा मचल गये तो शहर ले डूबेंगे |?
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वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है; इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए।
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बहुत करीब आकर बताया उसने कि तुम्हारा नहीं हूं मैं....
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लाश पता नहीं किस बदकिस्मत की थी, मगर क़ातिल के पैरो के निशान बड़े हसीन थे !!??
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5
तुम एक कदम मेरी तरफ बढ़ा के तो देखो, ज़िन्दगी भर साथ ना चलु तो कहना।
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जरा ठहरो तो नजर भर के देखूँ, जमीन पे चांद कहां रोज रोज उतरता है ??
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73
हम बादशाहो के बादशाह ? हैं, ये गुलामो वाली हरकत हमसे नहीं होती। ?
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एक्का चाहे कितना भी शातिर क्यो न हो, आख़िर रानी तो बादशाह ? की ही होती है..
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आँखों से दूर दिल के करीब था मैं उसका और वो मेरा नसीब था न कभी मिला न कभी जुदा हुआ रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था, ❤
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हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
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बाप की चप्पल पहनने से, बेटा बाप नहीं बन जाता!?
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किताबों की तरह हैं हम भी….अल्फ़ाज़ से भरपूर, मगर ख़ामोश….!!
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नाम की दोस्ती काम की यारी दूसरो की तरह ये आदत नहीं हमारी |❤️?
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जो वक्त नहीं दे सकते वो साथ क्या देंगे |
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हमे नहीं आता दर्द का दिखावा करना बस अकेले रोते हैं और सो जाते हैं
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दर्द सिर का हो या दिल का..दोनों बहुत बुरे होते है?
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