सबको दिलासा देने वाला शख्स..अपने दुखों में हमेशा अकेला होता है!🥺
Copy
78
बेहद हँसने वाले हम लोग, अक्सर अपने लिये दुआओं में मौत माँगते हैं. 😭😭
Copy
53
घर वालो चिन्ता है इसको कोन मिलेगी, ओर दोस्तो चिन्ता है इसको ओर कितनी मिलेगी ????
Copy
120
आँसू आ जाते हैं आँखों में पर लबों पर हंसी लानी पड़ती है ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है
Copy
215
मुद्दत के बाद जिन्दगी फिर से मुस्कुराने लगी है, किसी की धडकन हमें अपना बनाने लगी है| 🥰
Copy
55
शोर सी है जिंदगी मेरी, सुकून सा है इश्क तेरा!!
Copy
60
उसके बदलने का कोई दुःख नहीं, बस अपने ऐतबार पर शर्मिंदा हूं
Copy
102
दिल में चाहत का होना जरूरी है…वरना, याद तो रोज दुश्मन भी करते हैं.😊
Copy
183
*दोस्त बेशक एक हो* *लेकिन ऐसा हो,* *जो अलफाज से ज्यादा* *खामोशी को समझें*
Copy
2K
दुश्मन तो बहुत है 😠 पर वो कहते है, ना शेर का शिकार कुत्तों 🐕 से नहीं होता |
Copy
57
मेरे दर्द से वाकिफ नहीं अपनी खता मानता ही नहीं | क्या शिकायत करू उसे जो वफ़ा जानता ही |
Copy
13
मंजिल मेरे कदमों से अभी दूर बहुत है... मगर तसल्ली ये है कि कदम मेरे साथ हैं
Copy
410
नसीहत अच्छी देती है दुनिया अगर दर्द किसी ग़ैर का हो
Copy
13
मोहब्बत नहीं है उसे मुझसे ये जानता हूँ मैं फिर भी ये बात कहाँ मानता हूँ मैं
Copy
39
पसंद है मुझे उन लोगों से हारना, जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हों..!!❤️🔥
Copy
53
आज फिर मेरे शहर में बारिश हो रही है, फिर किसी आशिक़ का दिल टूटा है।💔💔
Copy
33
ना पेशी होगी, न गवाह होगा, अब जो भी हमसे 😠 उलझेगा बस सीधा तबाह होगा | 🔥
Copy
27
"दुनिया में मोहब्बत इसलिये बरकरार है, क्यूँकि इकतरफ़ा प्यार आज भी वफ़ादार है..💯❤️
Copy
110
काश कुबूल होती वो माँगी हुई दुआ तो त कभी न होती यू हमसे जुदा |
Copy
11
अक्सर बीत जाती है मेरी राते, ये सोचते सोचते की क्यों मोहब्बत की मैंने उनसे |
Copy
11
इजाजत हो तो मैं भी तुम्हारे पास आ जाऊँ, देखों ना चाँद के पास भी तो एक सितारा है…
Copy
30
मत चाहो किसी को इतना की बाद में रोना पडे, क्यूंकि ये दुनियां दिल से नहीं ज़रूरत से प्यार करती हैं।
Copy
17
छोड़ कर जाने वाले क्या जानें , यादों का बोझ कितना भारी होता है ...
Copy
13
बस तेरी कामि है ए मौत, दिल वो ले गयी जान तू ले जा..
Copy
74
पूछा जो हमनें किसी और के होने लगे हो क्या, वो मुस्कुराकर बोले पहले तुम्हारे थे क्या.
Copy
7
हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
Copy
12
उनका बादा भी अजीब था - बोले जिन्दगी भर साथ निभाएंगे ,पर पागल हम थे - ये पूछना भूल ही गए के मोहबत के साथ या यादो के साथ !
Copy
363
तुम बदलकर तो देखो , हम पलटकर भी न देख़ेगे।।
Copy
73
पता नहीं तेरे लगाये हुए ज़ख्म क्यूँ नहीं भरते, मेरे लगाये हुए तो पेड़ भी सूख जाते हैं |
Copy
2