जिन्हें पता होता हैं। की अकेलापन क्या होता हैं । ऐसे लोग दुसरो के लिए । हमेशा हाज़िर रहते हैं ।
Copy
35
माना कि तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं, पर तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है |😔😔
Copy
21
तुम एक कदम मेरी तरफ बढ़ा के तो देखो, ज़िन्दगी भर साथ ना चलु तो कहना।
Copy
36
एक ख़्याल ही तो हूं, याद रहे तो रख लेना, वरना सौ बहाने मिलेंगे मुझे भुल जाने के |😊😊
Copy
24
अकेले रोना भी क्या खूब कारीगरी है ! सवाल भी खुद के होते है और जवाब भी खुद के ..
Copy
21
बहुत उदास 😔 है कोई तेरे चुप हो जाने से, हो सके तो बात कर किसी बहाने से। ❤️
Copy
26
हमारी ताकत का अंदाजा हमारे ज़ोर से नहीं , दुश्मन के शोर से पता चलता है !💪💪
Copy
70
इस दिल में तुम्हारे सिवा किसी को इजाजत नहीं
Copy
177
अगर जिंदगी 🤔 में कुछ पाना हो तो, तरीके बदलो, इरादे नही। 🤩
Copy
65
भूलना भुलाना तो दिमाग का खेल है, बेफिक्र हो जाओ तुम तो दिल में रहते हो.
Copy
175
ज़िंदगी में मोहबत का पौधा लगाने से पहले ज़मीन परख लेना, हर एक मिटटी की फितरत में वफ़ा नहीं होती दोस्तो !!
Copy
392
वक़्त बुरा हो तो मेहनत करना, वक़्त अच्छा हो तो किसी की मदद करना..!!
Copy
31
नहीं है मेरी फितरत में ये आदत, वरना तेरी तरह बदलना मुझे भी आता है.😊😊
Copy
72
तुम हर तरह से मेरे लिए ख़ास हो, शुक्रिया वो बनने के लिए जो तुम हो
Copy
50
लोग कुछ भी कहें हम वहीं करेंगे जो, हमें अच्छा लगे क्योंकि वो वो हैं और हम हम है,।
Copy
171
बात करने के लिए Topic की जरूरत नहीं होती, बस Feelings होनी चाहिए। ❤️💯
Copy
95
बिन धागे की सुई सी बन गई है ये ज़िंदगी ...सिलती कुछ नहीं ... बस चुभती चली जा रही है ...
Copy
40
कोई केह दे उन्हें , अपनी ख़ास हिफाजत किया करे ,, बेशक साँसे उनकी हे , पर जान तो मेरी हे
Copy
71
तकलीफ तो जिंदगी देती हैं,🥺 मौत को तो लोग युही बदनाम करते हैं...! 💯
Copy
25
इश्क़ की पतंगे उड़ाना छोड़ दी हमने वरना, हर हसीना की छत पर हमारे ही धागे हुआ करते थे।😎
Copy
87
ऐसा-वैसा नहीं बेहद और बेशुमार चाहिये... मुझे तुम... तुम्हारा वक्त... और तुम्हारा प्यार चाहिये...
Copy
245
यूँ तो तैरने में बहुत माहिर हैं हम, फिर भी डूब जाते हैं अक्सर तेरे ख्यालो में...
Copy
19
कौनसा अंदाज़ है ये👩तेरी महोब्ब्त का💗, ज़रा हमको भी समझा दे…मरने से भी रोकते हो, और जीने भी नहीं देते..!!
Copy
22
दो पल भी नहीं गुज़रते तुम्हारे बिन,ये ज़िन्दगी ना जाने कैसे गुज़ारेंगे!
Copy
81
मैं ख़ुशी तलाश कर रहा था और मुझे तुम मिल गए |
Copy
34
उसे क्या फर्क पड़ता है बिछड़ने क्या, सच्ची मोहबत तो मेरी थी उसकी तो नही थी
Copy
195
*दोस्त बेशक एक हो* *लेकिन ऐसा हो,* *जो अलफाज से ज्यादा* *खामोशी को समझें*
Copy
2K
महसूस करके देखा महादेव हर पल मेरे साथ हैं दिखते नहीं कहीं पर सर पर उन्हीं का हाथ हैं
Copy
37
कुछ लोग जितना मर्जी खा ले,वो मोटे नहीं होते और कुछ लोग Online Pizza की फोटो भी देख ले तो एक किलो वजन भर जाता है!
Copy
203
मुझसे जब भी मिलो तो नज़रें उठा के मिला करो, मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना
Copy
87