तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा |❤️
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कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम
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परवाह नहीं चाहे ज़माना कितना भी खिलाफ हो हिसाब सबका होगा चाहे कोई कितना भी बड़ा नवाब हो |??
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जिस्म तो फिर भी थक हार के सो जाता है....काश दिल का भी कोई बिस्तर होता.....
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142
दुनिया में रहने की सबसे अच्छी दो जगह ‘किसी के दिल में’ या ‘किसी की दुआओं में’
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खुदा के घर से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए, कुछ पकड़े गए, कुछ मेरे यार हो गए!!?
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समझ में ही नही आता कभी-कभी, ये सब क्या हो रहा जिंदगी में...बस.. चुप-चाप तमाशे देख रही हु जिंदगी के...
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मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे
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जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते, ये ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते |❤️?
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मै थक गया था परवाह करते करते, जब से बेपरवाह हूँ, आराम सा है। ?
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सीधे साधे रहते है अब रोल बदल देंगे, जब दिमाग़ खराब होगा तो माहौल बदल देंगे..!
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157
बहुत नाराज़ थे तो रो ? पड़े, अपनों से क्या ही शिकायत करते। ?
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हम थोड़े खामोश क्या हुऐ, कुछ लोगो ने तो हमे बेजुबां ही समझ लिया |❤️?
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दोस्ती ऐसी होनी चाहिए लोग देखते ही बोले आ गए दोनों आज जाने कोनसा कांड करेंगे
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तुम मेरे हो, ये अफ़वाह फेलाह दूँ क्या ? मुझसे जलने ? वालों को थोड़ा और जला ? दूँ क्या ?
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सवरने का तो सवाल ही नहीं उठता, हम तो बिखरे ही लाजवाब है,,!! ❤
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सुकून गिरवी है उसके पास मोहब्बत क़र्ज़ ली थी जिससे...
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मोहब्बत कितनी भी सच्ची कर लो ..... लोंगो को सच्ची मोहब्बत वाले नही .... अच्छी शक्ल वाले ही पसन्द आते है ...
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बिकने वाले और भी हैं जाओ जाकर खरीद लो, हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते हैं।
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जिसे सोचकर ही चेहरे पर ख़ुशी आ जाए वो खूबसूरत एहसास हो तुम.
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बाप की चप्पल पहनने से, बेटा बाप नहीं बन जाता!?
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किसी के साथ रहो तो वफादार बन के रहो, धोखा देना गिरे हुए लोगों की पहचान होती है !
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ना चाँद चाहिए ना फलक चाहिए , मुझे बस तेरी एक झलक चाहिए
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अजनबी कहें की अपना कहें …अब क्या कहें, क्या ना कहें …
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132
किस्सा बना दिया उन लोगों ? ने भी मुझे जो कल तक मुझे अपना हिस्सा बताया करते थे | ?
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मिल सके आसानी से उसकी खवाहिश किसे है , ज़िद्द तो उसकी है जो मुक्कदर में लिखा ही नहीं है
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हम बादशाहो के बादशाह ? हैं, ये गुलामो वाली हरकत हमसे नहीं होती। ?
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हुआ था शोर पिछलि रात में दो चांद निकले है,बताओ क्या जरूरत थी तुम्हे छत पर टहलने की ?
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इश्क का समंदर भी क्या समंदर है... जो डूब गया वो #आशिक... जो बच गया वो #दीवाना... जो तैरता ही रह गया वह #पति
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बात कोई नहीं मानता, बात का बुरा सब मान जाते है...?
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