बुरा वक़्त है बदल जायेगा, लेकिन बदले हुए लोग याद रहेगे |?
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159
कौन पूछता है पिंजरे में बंद परिंदों को, साहब याद वही आते है जो उड़ जाते है !!?️?️
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6
जो चीज़ वक़्त पर ना मिले, वह बाद में मीले या ना मिले, कोई फर्क नहीं पड़ता।
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15
वापस आ जा ऐ ख़ुशी, वरना जिंदगी भर सो नहीं पाएंगे जी तो सकते नहीं, पर मर भी नहीं पाएंगे .
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5
अजीब सी आदत है अपनी, नफरत हो या मोहब्बत बड़ी शिद्दत से करते हैं ।??
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166
अगर कोई आपको, नीचा दिखाना चाहता हैं तो इसका मतलब हैं, आप उससे उप्पर हैं...
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57
सेवा सबकी कीजिये मगर आशा किसी से मत रखिये क्योंकि सेवा का सही मूल्य भगवान ही दे सकता है इंसान नहीं |
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40
महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है
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103
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
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23
जिनकी हँसी ? खूबसूरत होती है, उनके जख्म काफी गहरे होते हैं.?
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तुम साथ हो या ना हो क्या फर्क है …बेदर्द थी ज़िन्दगी बेदर्द है…
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151
तेरी नाराज़गी वाजिब है दोस्त.. मैं भी खुद से खुश नहीं हूं आजकल...
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35
लोग कहते है खुश रहो...काश रहने भी देते ?
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58
दुनिया के तो हजार मुंह है सबकी सुनते रहोगे, तो अकेले रह जाओगे....
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39
जंग भीड़ से नहीं, जिगर से जीती जाती है.?
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ताश के पतो की तरह हूँ जिस दिन चलूँगा, उस दिन बाजी पलट दूंगा..!
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खुशनसीब वो नहीं. जिसका नसीब अच्छा है . खुशनसीब वो है जो अपने नसीब से खुश है
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869
सोचती हूँ कुछ तो अच्छे करम मैंने भी किए होंगे, यूँ तो नसीब ना होती महोब्बत तुम्हारी!!!
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ऐ ईश्क सुना था के… तु अंन्धा है फिर मेरे धर का राश्ता तुजे कीसने बताया
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17
तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों?की नमी हँसना?भी चाहूँ तो रूला?देती है तेरी कमी…!!
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28
वो वक़्त कुछ और था, वो इश्क़ का दौर था, ये वक़्त कुछ और है, ये ख्वाहिशों का दौर है.!
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21
एक हलकी सी मुस्कुराहट से शुरू हुई मोहब्बत, हज़ार आँसू बहाने पर भी खत्म नहीं होती ??
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30
नसीब के आगे जुकूंगा नहीं, थककर जरूर बैठा हूं मगर रूकूंगा नहीं |?☺️
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दर्द ? है मगर ज्यादा नहीं नाराज़ हूँ ,मगर बिछड़ने का इरादा नहीं !!?
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अब अगर तुम जाने ही लगे हो तो पलट कर मत देखना, *क्योकि मौत की सजा लिखने के बाद कलम तोड़ दी जाती है*
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छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है ?
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हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
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तुम जब कहोगे हम तब मिलेंगे, लेकिन एक शर्त पर, न घड़ी तुम पहनोगे, न वक्त हम देखेंगे।❤️❤️
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मिल सके आसानी से उसकी खवाहिश किसे है , ज़िद्द तो उसकी है जो मुक्कदर में लिखा ही नहीं है
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टेक्नोलॉजी ? की क्या बात करते हो जनाब,आजकल मोहब्बत भी ऑनलाइन ? हो जाती है..
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