वो दिल ही क्या जो वफ़ा ना करे, तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे, रहेगी तेरी दोस्ती मेरी जिंदगी बन कर, वो बात और है, अगर जिंदगी वफ़ा ना करे.......!
Copy
174
यह दिल ही है जिसे हारने की आदत हो गई है, वरना जहां भी हमने दिमाग लगाया है, वहां फतेह ही पाई है..!?
Copy
67
वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज समझते रहे ; नादां इतना भी नहीं समझते कि इश्क चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है
Copy
22
एक अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा जहाँ लोग मिलते कम, झाँकते ज्यादा है..!
Copy
65
कौन कहता है.. दोस्ती बर्बाद करती है निभाने वाला मिल जाए तो दुनिया याद करती है
Copy
208
मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना, बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने!!
Copy
39
आज फिर उसने मुस्कुराके देखा मेरी तरफ और मैं फिर से दीवाना हो गया।।
Copy
39
उसे बोल दो कि मेरे ख्वाबों में ना आया करे, रोज आँख खुलती है और दिल टुट जाता है..??
Copy
4
ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले, उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने
Copy
137
खुद के सपनों के पीछे इतना भागो कि एक दिन तुम्हें पाना लोगों के लिए सपना बन जाए।
Copy
48
ज़रा सी वक़्त ने करवट क्या ली ! गैरों की लाइन में सबसे आगे अपनों को पाया हमने ?
Copy
72
जिसकी गलतियों से भी मैंने रिश्ता निभाया है उसने बार-बार मुझे फालतू होने का एहसास दिलाया है!?
Copy
62
छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है ?
Copy
9
सब लोग बुरे नहीं होते कुछ लोगों का दिमाग खराब होता है
Copy
88
तेरे बाद हमारा हमदर्द कौन बनेगा, हमने तो सब छोड़ दिया तुझे पाने की जिद्द में।
Copy
5
गुलाब तो नहीं दिया कभी हमने लेकिन, मोहब्बत गुलाब देने वालो से ज्यादा थी.
Copy
30
सुनो जान तुम मेरी पहली और आखरी पसंद नहीं बल्कि तुम मेरी एकलौती पसंद हो
Copy
320
जिसके बदले तुम मिल जाओ, ऐसा कोई गुनाह करना चाहता हूँ.
Copy
15
किसी के गुलाम होने की आदत नही हमारी, हम तो खुद अपनी रियासत बनाते हैं।
Copy
66
उम्र कुछ नहीं कहती साहब कारनामे हैसियत बताते है |
Copy
45
बचपन से ही शौक था अच्छा इंसान बनने का, लेकिन बचपन खत्म और शौक भी खत्म..?
Copy
61
ताश के पतो की तरह हूँ जिस दिन चलूँगा, उस दिन बाजी पलट दूंगा..!
Copy
36
लाख साजिश करलो, हम कहकर हराने वालो में से है..!!??
Copy
72
ऐ दिल तू क्यों रोता है , ये दुनिया है यहाँ ऐसा ही होता है.
Copy
110
बदल जाते है वो लोग वक़्त की तरह, जिन्हें हद से ज्यादा वक़्त दिया जाता है..?
Copy
30
पढ़ना लिखना त्याग, नक़ल से रख आस, ओढ़ रजाई सो जा बेटा, रब करेगा पास
Copy
477
हम उनसे तो लड़ लेंगे जो खुले आम दुश्मनी करते हैं... लेकिन उनका क्या करे जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते हैं...
Copy
219
हिचकियां रूक ही नहीं_रही हैं आज, ☝ पता नहीं हम किसके दिल ❤ में अटक_गए हैं ।।
Copy
92
चाय जैसी उबल रही है ज़िंदगी मगर, हम भी हर घूँट का आनंद शौक़ से लेंगे☕
Copy
36