दोस्ती ऐसी होनी चाहिए लोग देखते ही बोले आ गए दोनों आज जाने कोनसा कांड करेंगे
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खुदगर्ज़ है लोग यहाँ, मतलबी है ज़माना, बात अगर मेरी झूठी लगे तो, कभी अपनों को भी आज़माना।?
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परेशान करते थे मेरे सवाल तुमको.. तो बताओ पसंद आयी खामोशी मेरी....
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उम्र कुछ नहीं कहती साहब कारनामे हैसियत बताते है |
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एक खूबसूरत सा रिश्ता यूँ खतम हो गया..हम दोस्ती निभाते रहे…..और उसे इश्क हो गया
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बस इतना सा असर होगा हमारी यादों का, कि कभी-कभी तुम बिना बात के मुस्कुराओगे.
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अगर कोई भूखा गरीब रास्ते के किनारे मिल जाये, तो अपनी टीफिन का खाना खिलाना भी मोहब्बत है..!!
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अक़्सर उन लोगों के दिल टूटते ? हैं, जो सबका दिल रखने की कोशिश करते हैं..! ?
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खफा ? रहने का शौक भी पूरा कर लो तुम, लगता है तुम्हे हम ज़िंदा अच्छे नहीं लगते ?
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धड़कनों को कुछ तो काबू कर ले ऐ ❤️ दिल , अभी तो पलके झुकाई है, मुस्कुराना ? बाकी है उनका…
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किसी दूसरे का टाइमपास बनने से अच्छा है अपने करियर पर ध्यान दो |
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कामयाबी के सफर में धूप बड़ी काम आयी. छांव अगर होती तो कब के सो गये होते !
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सुकून क्या है हम नहीं जानते, शायद ये वो है जो आपको याद कर के मिलता है.!
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नादान हूँ नादानियाँ कर जाता हूँ दुनियाँ के चक्कर में तुझे भूल जाता हूँ तेरा बडप्पन की तू सम्भाल लेता है मेरे गिरने से पहले तू थाम लेता है
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"गलती उसी इंसान से होती है जो काम करता है... काम न करने वाले सिर्फ गलती ढूंढते है.!"
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तेरे बाद हमारा हमदर्द कौन बनेगा, हमने तो सब छोड़ दिया तुझे पाने की जिद्द में।
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मिजाज़ में थोड़ी सख़्ती भी होनी चाहिये साहब, लोग पी जाते अगर समन्दर खारा न होता !!"
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जगह देनी है तो अपनी रूह में दे दो.. यूँ दिलों में तो, बहुतों के बसते हैं हम.?
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खुश तो वो रहते हैं जो जिस्मो से खेलते हैं , रूह से मोहब्बत करने वालो को अक्सर तड़पते देखा है
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क्या कहें कुछ नहीं है कहने को, हाय क्या गम मिला है सहने को.
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वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा,निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
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बहुत अच्छा लगता है उन रिश्तेदारों के घर जाना, जो जाते ही कहते हैं कि बेटा वाइफ़ाई का पास्वर्ड लो और आराम से अपना घर समझ के बैठो ?
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काल भी तुम और महाकाल भी तुम लोक भी तुम और त्रिलोक भी तुम शिव भी तुम और सत्यम भी तुम |
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ठोकर इसलिए नहीं लगती कि इंसान गिर जाए बल्कि वो तो इसलिए लगती है कि इंसान सुधर जाए .
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पुरानी होकर भी खास होती जा रही है मोहब्बत बेशर्म है जनाब बेहिसाब होती जा रही है |
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रास्तों ने चाहा तो फिर मिलेंगे हम, मंजिल का तो कोई इरादा नहीं लगता !?
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कोई केह दे उन्हें , अपनी ख़ास हिफाजत किया करे ,, बेशक साँसे उनकी हे , पर जान तो मेरी हे
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शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है, जंगल मे चुनाव नही होते..!!?
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लफ्ज ढाई अक्षर ही थे.....कभी प्यार बन गए तो कभी जख्म.......
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वक्त से हारा या जीता नही जाता, केवल सीखा जाता हैं।?
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