कितना भी मुश्किल क्यूँ न हो सफ़र जिंदगी का, मोहब्बत का साथ मिले तो आसानी से कट जाता है !
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फिर एक दिन ऐसा भी आया जिन्दगी में..की मैंने तेरा नाम सुनकर मुस्कुराना छोड़ दिया।
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तू करे ना करे..... मेरा इश़्क काफ़ी है... हम दोनों के लिये
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दिल तो आशिक तोड़ते है, हम तो Record तोड़ते है..!!?
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नाम देने से कौन से रिश्ते सँवर जाते हैं...जहाँ रूह न बँधे दिल बिखर जाते हैं..
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मुझमें अपनी मुश्क मिला दी, फिर दुनिया रंगीन बना दी। मुझको अपनी सांसें कहकर, तुमने मेरी जान बचा दी।
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नहीं है मेरी फितरत में ये आदत, वरना तेरी तरह बदलना मुझे भी आता है.??
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जिसकी सज़ा सिर्फ़ तुम हो मुझे ऐसा कोई गुनाह करना है..❤️❤️
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महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है
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कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी तभी मेरी याद उसे अब नहीं आती ..
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कभी साथ बैठो चाय पर तो दुख दर्द बतायें, युं दूर से पुछोगे तो खैरियत ही कहेंगे??
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वो सिर्फ मेरी थी, लेकिन सिर्फ मेरे सामने
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जब अपने ही परिंदे किसी और के दाने के आदी हो जाएं.. तो उन्हें आज़ाद कर देना चाहिए..?
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आप सामने हो और हम हद में रहे, मोहब्बत में कोई इतना भी शरीफ नहीं होता.!
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जो हमे समझ ही नहीं सका, उसे हक है हमें बुरा समझने का।?
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चाहत उसी से रखो जो बिन इबादत के मिल जाए, जो नसीब में नहीं वो मोहब्बत बेकार है |
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बादशाह कोई भी हो जहाँ ? हम कदम रख दे, वहा किसी की हुकूमत नहीं चलती..!?
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किस तरह खत्म करें उन से रिश्ता, जिन्हें सिर्फ सोचते हैं तो पूरी कायनात भूल जाते हैं..!!
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ये जो तुम कहते रहते हो न की खुश रहा करो तो फिर सुन लो हमेशा मेरे पास रहा करो
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आज कल लोग दुआ में कम बुराईयों में ज्यादा याद रखते हैं ?
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कुछ तो खास है जो तुझे मुझसे जोड़े रखता है वरना इतना माफ़ तो मैंने खुद को भी नहीं किया.
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ए खुदा अगर तेरे पेन की श्याही खत्म है..तो मेरा लहू लेले....यू कहानिया अधूरी न लिखा कर।
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भुला दूंगा तुझे ज़रा सब्र तो कर , तेरी तरह मतलबी बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा ही।
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उसने पूछा क्या पसंद है, तुम्हें ? में बहुत देर तक उसे देखता रहा..
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जब छोटे थे तो बातें भूल जाते थे तो सब कहते थे याद रखना सीखो, अब जब बड़े हो गए हैं तो हर बात याद रहती है तो सब कहते हैं भूलना सीखो.
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खुद से थोड़ी वफ़ा कीजिए, जो ना मिले उसे दफा कीजिए!??
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कितना होशियार है ? मेरा यार.. तोहफे में घड़ी तो दे दी लेकिन वक़्त नहीं|
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सिर्फ उमर ही छोटी है, जजबा तो दुनिया को मुठ्ठी में करने का रखते है.??
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वह बचपना था या इश्क मालूम नहीं, मगर वो पेन मांगने वाला बहाना आज भी कहीं जिंदा है |
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हर धोके का हिसाब लेंगे, और तुम्हारा गुरुर चूर-चूर कर देंगे।
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