सिर्फ तेरे दीदार के लिये आते हैं तेरी गलियों में, वरना आवारगी के लिये तो पूरा शहर पड़ा है !!"
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12
जो “दोगे” वही लौट कर आएगा, चाहे वह “इज्जत” हो या “धोखा”..?
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25
अपनी औकात में रहना सीख बेटा. वर्ना जो हमारी आँखों में खटकते है, वो श्मशान में भटकते है.??
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127
तुम मेरा नाम जानते हो, मेरी कहानी नहीं!?
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36
जिसको जो कहना? है कहने दो, अपना क्या जाता है, ? ये वक्त⏳वक्त की बात है, और वक्त⏱ सबका आता है?
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152
हौसले ? का सबूत देना था, इसलिए ठोकर खाकर भी मुस्कुरा ? पड़े.
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115
जिंदगी को OTP की तरह बनाओ साला दूसरा कोई यूज़ ही ना कर सके।?
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104
किसीको इतना मंहगा मत बनाओ, की खुद सस्ते हो जाओ!?
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120
गुलामी तो तेरे इश्क की हे वरना, ये दिल कल भी नवाब था और आज भी हे!!??
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152
सिर्फ जंगल छोड़ा था, शेर तो हम आज भी है |?
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59
शराफत की दुनिया का किस्सा खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम |
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160
लिबास कितना भी कीमती हो, घटिया किरदार को छुपा नहीं सकता??
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33
उसूलों पे चलना एक मेहेंगा शौक है, जो हर दो टके के इंसान के बस की बात नही..! ?
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21
दिलो में खोट है.. जुबान से प्यार करते हैं..बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते हैं.?
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62
झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते है, बाज़ की उड़ान में कभी आवाज नही होती।
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29
हारना मंज़ूर है मुझे पर, खेल तो में बड़ा ही खेलूंगा,?
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86
नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है.. प्यार तो बहुत दूर की बात है। ??
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16
उम्र कुछ नहीं कहती साहब कारनामे हैसियत बताते है |
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45
सिर्फ जंगल ही छोडा है याद रखना शेर तो हम आज भी है |
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93
अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।??
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47
जिंदगी का असली मजा तो तब आता है, जब दुश्मन भी आपसे हाथ मिलाने को बेताब रहे।??
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52
हर धोके का हिसाब लेंगे, और तुम्हारा गुरुर चूर-चूर कर देंगे।
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19
जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ, किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है.?
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74
हमें मत सिखा बदमाशी के कानून, अगर हमनें शराफत छोड़ दी तो तू बकील ढूँढता रह जायेगा ??
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92
दुश्मनी मंजूर है साहब, किसी के तलवे चाटना हमारे उसुलो के खिलाफ है |??
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75
बात पैसे ? की नहीं होती है बात टाइम ⏱️ की होती है टाइम खराब हो तो पैसा भी साथ छोड़ देता है |?
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123
पैदा तो हम भी शरीफ हुए थे, पर शराफत से अपनी कभी बनी ही नहीं?
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32
अजीब सी आदत है अपनी, नफरत हो या मोहब्बत बड़ी शिद्दत से करते हैं ।??
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166
आदत नहीं हमें पीठ पीछे वार करने की, दो शब्द कम बोलते हैं पर सामने से बोलते हैं ?
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189
जिस दिन वक़्त मेरा होगा तू सोच भी नहीं सकता तेरा क्या होगा |?
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