एक सवेरा ? था जब हंसकर ? उठते थे हम और आज कई बार, बिना मुस्कुराये ??️ ही शाम हो जाती है…
Copy
28
खुबसूरत सा वो पल था, पर क्या करें वो कल था.?
Copy
91
दिल पर लग जाती है उन्हें अक्सर हमारी बातें , जो कहते थे तुम कुछ भी बोलो बुरा नहीं लगता...
Copy
1K
रास्तों ने चाहा तो फिर मिलेंगे हम, मंजिल का तो कोई इरादा नहीं लगता !?
Copy
28
कभी कभी नाराज़गी दुसरो से ज़्यादा खुद से होती है |
Copy
19
"तुम" याद आओगे यकीन था मुझे, इतना आओगे अंदाजा नहीं था...!
Copy
22
माना कि तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं, पर तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है |??
Copy
21
समझने वाला तुम्हारी खामोशी को भी समझ लेगा , ना समझने वाला तुम्हारी चीख़ को भी शोर कहेगा ...
Copy
50
कैसा अजीब खेल है मोहब्बत का जनाब, एक थक जाए तो दोनों हार जाते हैं |
Copy
5
आदत थी मुझे सबसे हसकर बोलने की, मेरा शौंक ही मुझे बदनाम कर गया |?
Copy
29
बहुत कुछ पाने वाले बहुत कुछ खोया करते हैं, इस दुनिया में हसने वाले सबसे ज़्यादा रोया करतें हैं
Copy
8
वो मेरा नहीं फिर भी मेरा है, ये कैसी उम्मीद ने मुझे घेरा है |❤️
Copy
15
बहुत कुछ कहा था तुझसे, लेकिन जब तुम हाल ना समझ सके तो बातें कहाँ से समझोगे।
Copy
42
लोग कहते है समझो तो खामोशियाँ भी बोलती है, मै अरसो से खामोश हूँ, वो बरसों से बेखबर है ?
Copy
26
तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों?की नमी…हँसना?भी चाहूँ तो रूला?देती है तेरी कमी…!!
Copy
40
शुक्रिया तुमने एक हस्ते हुए चेहरे को खामोश कर दिए
Copy
11
दूरियां तो पहले ही आ चुकी थीं, इस ज़माने में, एक बीमारी ने आकर इल्ज़ाम अपने सर ले लिया.❤️
Copy
30
थक कर मुस्कुरा देता हूं, जब रोया नहीं जाता हमसे!❤️?
Copy
52
हमने इज़हार किया काफ़ी इंतजार के बाद, हमें इंतजार ही मिला, इज़हार के बाद |?
Copy
17
बहुत नाराज़ थे तो रो पडे, अपनों से क्या ही शिकायत करते |?
Copy
29
ज़िन्दगी रोज मुझसे कहती है.. तूने क्या हाल कर दिया मेरा..
Copy
111
जिंदा हूँ तब तक तो हालचाल पुछ लिया करो, मरने के बाद हम भी आजाद तुम भी आजाद |?
Copy
57
अब अगर रूठे तो रूठे रहना मैं मनाने वाला हुनर भूल चुकी हूं
Copy
22
लाश पता नहीं किस बदकिस्मत की थी, मगर क़ातिल के पैरो के निशान बड़े हसीन थे !!??
Copy
5
एक आखिरी मुलाक़ात की ख्वाहिश थी पर अलविदा भी वो फ़ोन पर ही कह गए....?
Copy
67
छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है ?
Copy
9
घुटन सी होने लगी थी, इश्क जताते जताते, हम खुद से रूठ गए थे, किसी को मनाते मनाते |?
Copy
42
तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा |❤️
Copy
13
जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते, ये ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते |❤️?
Copy
17
बहुत नाराज़ थे तो रो ? पड़े, अपनों से क्या ही शिकायत करते। ?
Copy
17